लखनऊ, ई-हास्पिटल प्रणाली के अन्तर्गत रोगियों का रजिस्ट्रेशन, बिलिंग आईपीडी, ओआरएस (आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम) की सुविधा का लोकार्पण चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने आज किया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि ई-हास्पिटल सिस्टम एक वेब आधारित पोर्टल है, जिसके माध्यम से रोगियों को 20 से अधिक माॅड्यूल की सुविधा प्रदान होगी। रोगियों को उनके पंजीकरण के समय ही एक यू.आई.डी. नंम्बर प्रदान किया जाएगा, जिसके आधार पर रोगियों का आॅनलाइन हिस्ट्री का परीक्षण करते हुए उचित परामर्श दिया जाना भी संभव हो सकेगा।
यह योजना इस आधार पर भी अत्यन्त महत्वपूर्ण है कि इस पोर्टल के माध्यम से शोधकर्ताओं को नवीन बीमारियों, उनके इलाज की सुगम पद्धति एवं औषधियों के विषय में विशुद्ध आकड़े प्राप्त हो सकेंगे, जो भविष्य में जटिल रोगों के निदान की नवीनतम तकनीक विकसित करने में सहायक सिद्ध होंगे तथा इसका लाभ जनमानस को भी प्राप्त होगा।
आधुनिक सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए, स्वास्थ्य प्रणाली की दक्षता एवं प्रभावशीलता में सुधार तथा स्वास्थ्य सेवाओं को रोगी केन्द्रित बनाने के लिए ई-हास्पिटल प्रणाली शुरू की गई है।एनआईसी लखनऊ तथा अब्दुल कलाम टेक्निकल विश्वविद्यालय, लखनऊ के तकनीकी सहयोग से यह सुविधा अभी राजकीय मेडिकल कालेज, इलाहाबाद, आगरा, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, मेरठ, एल.पी.एस. इंस्टीट्यूट आॅफ कार्डियोलाॅजी, कानपुर तथा जे.के. कैंसर संस्थान, कानपुर में मिलेगी।
इस अवसर पर आशुतोष टण्डन ने कहा कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में प्रथम बार रोगियों की सुविधा हेतु ई-हास्पिटल इन्फाॅर्मेशन सिस्टम की शुरूआत की जा रही है। इसके अन्तर्गत ओ.पी.डी. रजिस्ट्रेशन, रीविजिट रजिस्ट्रेशन, ओआरएस (आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम), आईपीडी रजिस्ट्रेशन, पेशेन्ट एडमिशन, पेशेन्ट ट्रान्सफर बेड एलोकेशन, डिस्चार्ज, सर्विस पोस्टिंग, डेथ सर्टिफिकेट, बिलिंग सुविधा का शुभारम्भ किया गया है।