लखनऊ, यूपी कि राजनीति में आज शाम होते होते बड़ी हलचल नजर आई जब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पांच कालीदास मार्ग स्थित मुंख्यमत्री आवास पर पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार, शिवपाल सिंह यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच यह मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली। वैसे तो मुलाकात के बारें में शिवपाल सिंह के निकटस्थ लोगो ने महज इसे एक शिष्टाचार भेंट बताया। लेकिन पिछले पांच दिनों से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच जो तनातनी चल रही है उसको देखते हुए इस भेंट को महज शिष्टाचार मुलाकात नहीं कहा जा सकता है।
अपने भतीजे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए जिस तरह सें शिवपाल सिंह यादव ने ना केवल अपनी पार्टी कुर्बान कर दी बल्कि अपने विश्वस्त साथियों का भविष्य भी दांव पर लगा दिया। लेकिन अंत में उन्हें क्या मिला महज केवल एक विधानसभा सींट और सहयोगी दल का तमगा। जबकि उन्होंने इतने वरिष्ठ राजनीतिज्ञ होते हुये भी सार्वजनिक रूप से अखिलेश यादव कों अपना नेता स्वीकारने में भी अपना अपमान नहीं समझा और साईकिल चुनाव चिन्ह पर विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अपने को समाजवादी पार्टी का एक अंग मान लिया था। लेकिन 26 तारीख को समाजवादी विधायक दल की बैठक में ना बुलाये जाने से वह बुरी तरह आहत हुए और इसी बीच समाजवादी पार्टी द्वारा उनको सहयोगी दल का सदस्य बताये जाने पर उनकी दूरियां और बढ़ गई।
इन सभी घटना क्रम को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि शिवपाल सिंह की सीएम योगी से यह मुलाकात कोई साधारण मुलाकात नही है। इसके सियासी रंग जल्द ही दिखाई पड़ेंगे। हो सकता है यह मुलाकात शिवपाल सिंह के राजनैतिक कैरियर मे टर्निंग प्वांईंट साबित हो?