भोपाल, मध्यप्रदेश में टिड्डी दलों के निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रदेश के समस्त संयुक्त संचालक कृषि एवं उप संचालक कृषि जिला प्रशासन के समन्वय से सतत निगरानी एवं नियंत्रण का कार्य स्थानीय किसानों के सहयोग से कर रहे हैं। टिड्डी दल के नियंत्रण के लिये समस्त जिलों को जिला स्तर पर निगरानी दल गठित करने के निर्देश जारी किये जा चुके हैं। साथ ही अनुभाग स्तर पर भी निगरानी गठित करते हुए टिड्डी के नियंत्रण हेतु समस्त आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था हेतु भी निर्देश जारी किये गये हैं, जिससे सूचना प्राप्त होते ही टिड्डी नियंत्रण में लगा हुआ अमला तुरंत प्रभावित स्थल तक पहुँच सके।
उज्जैन संभाग के नीमच जिले के ग्राम ग्वाल तालाब के पास 21 मई को एक टिड्डी दल एवं दूसरा टिड्डी दल नीमच जिले के जावद विकासखण्ड के ग्राम गादेला सरवानिया महाराज के बीच रात्रि में ठहरा, जिसके नियंत्रण के लिए 17 ट्रैक्टर-चलित स्पे पम्प और तीन फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। साथ ही केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण दल द्वारा भी पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, जिसके प्रभावी परिणाम प्राप्त हुए।
उज्जैन जिले के घटिया विकासखण्ड बच्चाखेड़ा, जैथरापुरा, बान्दका में एक टिड्डी दल रात्रि में रुका, जबकि दूसरा टिड्डी दल तराना विकासखण्ड के तिल्केखर, बगोदा, बाहटाखेड़ी में रुका। इनके नियंत्रण के लिए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रथम टिड्डी दल में 12 ट्रैक्टर-चलित स्पे पम्प तथा चार फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशक का छिड़काव किया गया, द्वितीय दल के नियंत्रण के लिए 15 ट्रैक्टर-चलित स्पे पम्प तथा चार फायर ब्रिगेड का उपयोग कीटनाशक छिड़काव के लिये किया गया। दोनों टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण के लिए केन्द्रीय नियंत्रण दल द्वारा पृथक से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया।
इसी प्रकार उज्जैन संभाग के रतलाम जिले के आलोट विकासखण्ड के ग्राम बापचा एवं कराड़िया ग्राम में भी एक टिड्डी दल ने रात्रि विश्राम किया। इसके रोकथाम के लिये सुबह 4 बजे से 16 ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा दो फायर ब्रिगेड के माध्यम से प्रभावी रूप से कीटनाशकों का छिड़काव केन्द्रीय दल के समन्वय से किया गया, परिणामस्वरूप 65 से 70 प्रतिशत नियंत्रण में सफलता प्राप्त हुई।
इंदौर संभाग के खरगौन जिले के बड़वाह विकासखण्ड के ग्राम थरवर एवं लांबी में एक छोटा टिड्डी दल रात्रि को रुका, जिसके नियंत्रण के लिये एक ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा तीन फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव किया गया, इसमें भी 50 से 60 प्रतिशत सफलता हुई।
इसीतरह मुरैना संभाग के श्योपुर जिले के विजयपुर विकासखण्ड के ग्राम डोंगरपुर में टिड्डी दल का रात्रि में नियंत्रण के लिए आठ ट्रैक्टर-चलित स्प्रे पम्प तथा एक फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव स्थानीय प्रशासन के समन्वय से किया गया।