अच्छा जनप्रतिनिधि चुनने के लिये, निर्वाचन आयुक्त ने दिये सुझाव
March 2, 2019
लखनऊ, जब तक वोटर अपने वोट के प्रति जागरूक नहीं होगा, वह अपना अच्छा जनप्रतिनिधि नहीं चुन सकता। भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने आयोजित मतदाता जागरूकता एवं मतदाता सहभागिता कार्यक्रम ‘स्वीप‘ में यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि लोकतन्त्र को मजबूती प्रदान करने के लिए मतदान प्रतिशत को बढ़ाना होगा, इसके लिए बुद्धिजीवियों को आगे आकर नेतृत्व प्रदान करना होगा। इसके लिए उन्हें न केवल अपना वोट देना होगा, बल्कि अन्य लोगों को भी वोट देने के लिए प्रेरित करना होगा। जिस प्रकार समाज में विभिन्न समुदायों के लोग अपने-अपने पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, ठीक उसी प्रकार लोकतन्त्र के महापर्व ‘मतदान‘ में भी सभी लोगों की सहभागिता होनी चाहिए, क्योंकि यह महापर्व किसी जाति, सम्प्रदाय अथवा धर्म का अकेला महापर्व नहीं है, बल्कि सबका महापर्व है।
वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने आज यहां योजना भवन के सभागार में आयोजित मतदाता जागरूकता एवं मतदाता सहभागिता कार्यक्रम ‘स्वीप‘ में कहा कि जब तक वोटर अपने वोट के प्रति जागरूक नहीं होगा, वह अपना अच्छा जनप्रतिनिधि नहीं चुन सकता। उन्होंने स्वीप कार्यक्रम में आये समाज सेवी संगठनों एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने-अपने संगठनों के अधीन कार्यरत लोगों को मतदान के महत्व को समझाएं एवं मतदान करने के लिए उत्प्रेरित करते हुए, उन्हें शत-प्रतिशत मतदान के लिए समुचित अवसर भी प्रदान करें।
उन्होंने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर स्तर पर कार्य करने एवं नैतिक मतदान करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को बिना किसी लालच एवं दबाव में आये निर्भीक होकर मतदान करना चाहिए। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मतदाता जागरूकता एवं मतदाता सहभागिता के लिए प्रत्येक स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वर लू ने अपने सम्बोधन में कहा कि वोट के प्रति आदमी के दृष्टिकोण में बदलाव लाने की जरूरत है। साधन सम्पन्न एवं समझदार लोग, जो मतदान के दिन घरों में ही बैठे रहते हैं, उन्हें अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए अपने मत का दान करने के लिए मतदान स्थल पर जाकर वोट देना चाहिए और लोकतन्त्र की नींव को मजबूती प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को जाति, धर्म व सम्प्रदाय से ऊपर उठकर नैतिक मतदान में अपना योगदान देना चाहिए, यही अच्छे और मजबूत लोकतन्त्र की पहचान है।
जिलाधिकारी लखनऊ, कौशल राज शर्मा ने बताया कि लखनऊ में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य किए जा रहे हैं। स्कूलों में मतदान के लिए संकल्प पत्र भरवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि लखनऊ के समकक्ष अन्य शहरों में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान होता है, लेकिन दुःख की बात है कि लखनऊ के लोग 60 प्रतिशत से भी कम मतदान करते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस बार लखनऊ के लोग 60 प्रतिशत से अधिक मतदान करेंगे।
जिलाधिकारी बांदा हीरा लाल ने कहा कि उनका प्रयास है कि बांदा जनपद में 90 प्रतिशत तक मतदान हो और इसके लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। इससे पहले संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा0 अलका वर्मा ने स्वीप कार्यक्रम से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मोबाइल वैन के माध्यम से प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक बूथ तक ई.वी.एम. और वीवीपैट के बारे में मतदाताओं को जानकारी दी जाएगी और उनकी भ्रान्तियों को दूर किया जाएगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री उमेश सिन्हा एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री वेंकटेश्वर लू ने स्वीप कार्यक्रम से जुड़ी पुस्तिका का विमोचन किया। स्वीप कार्यक्रम में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री ब्रह्मदेव तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्री रमेश चन्द्र राय एवं श्री अनिल कुमार सिंह तथा सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सुनीता सिंह के अलावा मंगलम, पेट्रोल पम्प एवं सिनेमा एसोसिएशन, एसोचैम, भारत स्काऊट एण्ड गाइड, व्यापारी संगठन, बैंकर्स, विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों आदि के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी भी मौजूद थे।