पटना, निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अवैध शराब के जब्ती अभियान में ढिलाई बरतने एवं उम्मीदवारों के व्यय की निगरानी में खराब प्रदर्शन के आरोप में शेखपुरा और अरवल जिले के उत्पाद अधीक्षक को निलंबित करने एवं जहानाबाद, बक्सर, लखीसराय और जमुई जिले के उत्पाद अधीक्षक का तबादला करने का निर्देश दिया है।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि आयोग ने बिहार में प्रथम चरण के विधानसभा चुनाव की तैयारियों की आज समीक्षा की। इस क्रम में आयोग ने पाया कि चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के खर्च की निगरानी करने एवं अवैध शराब की जब्ती के अभियान में शेखपुरा, अरवल, जहानाबाद, बक्सर, लखीसराय और जमुई जिलों का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। स्वच्छ एवं निष्पक्ष मतदान के वातावरण को प्रभावित करने के उद्देश्य से अवैध तरीके से लाई जाने वाली शराब की जब्ती में इन जिले के उत्पाद अधीक्षकों की तैयारी कारगर नहीं रही है।
श्री सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग ने ऐसी लापरवाही पर कड़ा रुख इख्तियार करते हुए बिहार सरकार को शेखपुरा जिले के उत्पाद अधीक्षक बिपिन कुमार और अरवल जिले के उत्पाद अधीक्षक नितिन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया है। साथ ही जहानाबाद जिले के उत्पाद अधीक्षक कृष्ण मुरारी, बक्सर के उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र कुमार, लखीसराय के उत्पाद अधीक्षक शैलेंद्र चौधरी और जमुई जिले के उत्पाद अधीक्षक संजीव ठाकुर का तत्काल प्रभाव से तबादला करने का निर्देश देते हुए उन्हें पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखने को कहा गया है।