इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी अल्ट्रावॉयलेट ने दिल्ली में लॉन्च किया अपना पहला यूवी स्पेस स्टेशन

नई दिल्ली- इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही कंपनी अल्ट्रावॉयलेट ने उत्तर भारतi में अपना पहला यूवी स्पेस स्टेशन खोला है। नई दिल्ली के नरायणा में स्थापित यह यूवी स्पेस स्टेशन पूरे भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के कंपनी के सफर का उल्लेखनीय पड़ाव है। यह 12वां एक्सपीरियंस सेंटर है, जिसका इस साल उद्घाटन किया गया है। यह अपनी विस्तार योजना के पहले चरण में 12 शहरों में रिटेल फुटप्रिंट बढ़ाने की अल्ट्रावॉयलेट की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

ऑनरशिप एक्सपीरियंस-
रणनीतिक रूप से दिल्ली के केंद्र में स्थापित यह अत्याधुनिक केंद्र ग्राहकों के लिए एक इमर्सिव प्लेटफॉर्म का काम करेगा, जहां उन्हें अल्ट्रावॉयलेट की हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल एफ77 मैक 2 का अनुभव पाने का मौका मिलेगा। अत्याधुनिक यूवी सुपरनोवा डीसी फास्ट चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर से लैस यूवी स्पेस स्टेशन में 3 एस (सेल्स, सर्विस एवं स्पेयर पार्ट्स) का ध्यान रखा गया है, जिससे ग्राहकों को सुगम ऑनरशिप एक्सपीरियंस मिल सकेगा।

उत्तर भारत में पहला यूवी स्पेस स्टेशन-
इस मौके पर अल्ट्रावॉयलेट के सीईओ एवं सह-संस्थापक नारायण सु्ब्रमण्यन ने कहा, ‘उत्तर भारत में पहले यूवी स्पेस स्टेशन की लॉन्चिंग हमारे सफर का अहम पड़ाव है। नई दिल्ली इनोवेशन एवं सस्टेनेबिलिटी की राह पर बढ़ने वाला शहर है और यह इस विस्तार के लिए सबसे सही जगह है। दिल्ली एनसीआर में यूवी स्पेस स्टेशन की लॉन्चिंग दिसंबर 2024 तक 12 शहरों में अल्ट्रावॉयलेट की उपस्थिति को विस्तार देने की हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है। इससे न केवल हमारे लिए एक महत्वपूर्ण बाजार खुलेगा, बल्कि इससे शहरी मोबिलिटी में क्रांतिकारी बदलाव लाने की हमारी प्रतिबद्धता को भी मजबूती मिलेगी। हम इसके माध्यम से अपने ग्राहकों को उन्नत टेक्नोलॉजी और शानदार अनुभव देने में सक्षम होंगे।’

इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना और पर्यावरण की प्रक्रिया को गति देना-
यह लॉन्चिंग ऐसे समय में हुई है, जबकि दिल्ली सरकार ईवी को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। 2020 में लागू की गई दिल्ली ईवी पॉलिसी में हाल ही में बदलाव करते हुए ईवी के खरीदारों को मार्च, 2025 तक लाभ देने की घोषणा की गई है। इसके अतिरिक्त, सरकार एक अपडेटेड ईवी पॉलिसी भी तैयार कर रही है, जिसका उद्देश्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना और पर्यावरण के अनुकूल यातायात साधनों को अपनाने की प्रक्रिया को गति देना है। ये प्रयास प्रदूषण से निपटने और एडवांस्ड एवं इको फ्रेंडली टेक्नोलॉजी के माध्यम से कार्बन फुटप्रिंट कम करने के अल्ट्रावॉयलेट और सरकार के नीति निर्माताओं के साझा लक्ष्यों को प्रतिबिंबित करते हैं।

हाई-परफॉर्मेंस एवं सस्टेनेबल सॉल्यूशन प्रदान-
अल्ट्रावॉयलेट के सीटीओ एवं सह-संस्थापक नीरज राजमोहन ने कहा, ‘दिल्ली एनसीआर में एक्सपीरियंस सेंटर की लॉन्चिंग परिवहन के भविष्य को आकार देने के हमारे मिशन का अहम पड़ाव है। दिल्ली की प्रगतिशील ईवी नीतियों एवं बढ़ते इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ हम अपने ग्राहकों को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की नेक्स्ट जनरेशन की झलक देने के लिए उत्साहित हैं। हमारा फोकस अत्याधुनिक इंजीनियिरंग एवं इनोवेटिव डिजाइन पर है और यह भविष्य के परिवहन को गति देने के लिए ग्राहकों को हाई-परफॉर्मेंस एवं सस्टेनेबल सॉल्यूशन प्रदान करने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है।’

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में नए मानक स्थापित-
अल्ट्रावॉयलेट की उपस्थिति अब दिल्ली एनसीआर, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात के बाजारों में हैं। यह विस्तार ब्रांड की महत्वाकांक्षी रणनीति और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में नए मानक स्थापित करने की कंपनी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

रिपोर्टर-आभा यादव

Related Articles

Back to top button