उदयपुर, राजस्थान के उदयपुर संभाग के विभिन्न जलाशयों में शीतकाल गुजरने के बाद भी स्थानीय एवं प्रवासी पक्षी प्रजातियों को लॉकडाउन के कारण स्वच्छ हुआ पर्यावरण रास आ रहा है।
झीलों नगरी उदयपुर के पक्षी प्रेमियों की टीम रविवार को फिल्ड विजीट के दौरान यह नजारा दिखाई दिया। जिले के प्रसिद्ध बर्डविलेज मेनार तथा समीप के ही बड़वई और किशन करेरी तालाबों के क्षेत्रीय भ्रमण दौरान वागड़ नेचर क्लब के डॉ. कमलेश शर्मा एवं पक्षी विशेषज्ञ विनय दवे और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के संभागीय अधिकारी अरूण सोनी के नेतृत्व में सदस्यों ने पाया कि हिमालय की तराई में प्रजनन करने वाले पांच से अधिक जोड़े ग्रेट क्रस्टेड ग्रीब को मेनार तालाब बड़ा पसंद आया है और वह अपने चिक्स के साथ यहां जलक्रीड़ा करते नजर आए।
इसके साथ ही मेनार तालाब पर तीन सौ से अधिक संख्या में फ्लेमिंगों की इतने लंबे समय तक मौजूदगी भी यहां के शुद्ध पर्यावरण और भरपूर पानी और भोजन की उपलब्धता को दर्शाता है। इन तालाबांे पर विसलिंग टील, पर्पल हेरोन और कॉमन कूट्स भी प्रजनन उपरांत अपने चिक्स को फिडिंग कराते नजर आएं इसी प्रकार स्पून बिल, ब्लेक हेडेड आईबिस, पेंटेड स्टॉकर््स भी बड़ी संख्या में दिखाई दिए।