नयी दिल्ली, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को मीडिया में देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक ( एसबीआई ) में स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति (वीआरएस) की रिपोर्टों पर घेरते हुए इसे ‘क्रूर’ करार दिया है।
मीडिया में 30190 कर्मचारियों के लिए वीआरएस की रिपोर्ट आई है।
श्री चिदंबरम ने कहा, “ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि एसबीआई ‘आर्थिक उपाय’ के रूप में वीआरएस योजना को लागू करने की योजना बना रही है। सामान्य समय में भी योजना विवादास्पद होती। इस विषम परिस्थिति में, जब अर्थव्यवस्था ढह गई है और नौकरियां कम हैं, यह क्रूरता है।”
उन्होंने आगे कहा, “ यदि भारत के सबसे बड़े ऋणदाता को नौकरियां घटानी है, तो कल्पना करें कि अन्य बड़े नियोक्ता और एमएसएमई क्या कर रहे हैं। यह योजना वैसे तो स्वैच्छिक है, लेकिन हम जानते हैं कि उन कर्मचारियों पर दबाव बनाया जाएगा जिनसे बैंक छुटकारा पाना चाहता है। यदि वर्तमान नियम, वास्तविक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त हैं, तो एक नयी योजना की घोषणा और 30,190 जैसी सटीक संख्या क्यों दी गई है?”