रांची, झारखंड विधानसभा के लिए पांच चरणों में हुए मतदान के तुरंत बाद कराये गये सर्वे ;एक्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी फिर से सरकार बनाने के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से दूर है तो झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल का महागठबंधन करीब दिख रहा है।
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से आखिरी चरण में संथाल परगना की 16 सीटों के लिए आज मतदान समाप्त होने के बाद दो अलग-अलग एजेंसियों ने न्यूज चैनलों साथ किये गये एक्जिट पोल के नतीजे जारी किये है, जिसमें झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना सबसे अधिक जतायी गयी है।
आजतक और एक्सिस माइ इंडिया के अनुसार झामुमो.कांग्रेस.राजद को सबसे अधिक 38 से 50 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, भाजपा को 22 से 32, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा ;झाविमोद्ध को दो से चारए पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो के ऑल इंडिया झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन ;आजसू को तीन से पांच तथा अन्य को चार से सात सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
इसी तरह आईएएनएस.सीवोटर.एबीपी के एक्जिट पोल के अनुसार, झामुमो के नेतृत्व वाला महागठबंधन कांटे की टक्कर में भाजपा से मामूली बढ़त बना रहा है। एक्जिट पोल में झामुमो.कांग्रेस.राजद महागठबंधन को 37, भाजपा को 35, आजसू को पांचए झाविमो को दो और अन्य को एक सीट मिलने का अनुमान है। झारखंड की 81 सीटों वाली विधान सभा में बहुमत हासिल करने के लिए 41 का आंकड़ा जरूरी है।
अब झारखंड समेत पूरे देश को इंतजार 23 दिसम्बर 2019 का हैए जब मतगणना के नतीजे आयेंगे। 23 दिसम्बर को मतों की गिनती सुबह आठ बजे से होनी है और नतीजे 12 बजे तक आने शुरू हो जायेंगे। इस बार झारखंड की 81 सीट के लिए पांच चरणों में मतदान कराया गया। पहले चरण में 30 नवंबर को 13 सीटों परए 07 दिसंबर को दूसरे चरण में 20 सीटों परए 12 दिसंबर को तीसरे चरण में 17 सीटों परए 16 दिसंबर को चौथे चरण में 15 सीटों पर और 20 दिसंबर को पांचवें तथा अंतिम चरण में 16 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हुआ।
झारखंड में वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 37 और आजसू को पांच सीटें मिली थीं। बाद में झाविमो के छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए। अभी भाजपा के पास 43 विधायक हैं।