लखनऊ, आजमगढ़ मऊ स्थानीय निकाय प्राधिकारी क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अपने पुत्र विक्रांत सिंह रिशू को निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में उतारना भाजपा एमएलसी यशवंत सिंह को भारी पड़ गया। चुनाव लड़ाने व प्रचार प्रसार करने की शिकायत पर उन्हे छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
आजमगढ़ मऊ स्थानीय निकाय प्राधिकारी क्षेत्र से भाजपा ने समाजवादी पार्टी विधायक रमाकांत यादव के पुत्र अरुण कांत को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया है वहीं भाजपा के विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह रिशु निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। यशवंत सिंह सपा के तरफ से पिछले लगभग 20 वर्षों से विधान परिषद सदस्य रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होने अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया था जिन्हें बाद में भाजपा द्वारा विधान परिषद सदस्य बनाया गया था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने संज्ञान में लेते हुए पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लडाने तथा प्रचार प्रसार व पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण विधान परिषद सदस्य यशवन्त सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी से छः वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया। उक्त सूचना पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी कृष्ण कांत राय ने दी।