लखनऊ, जरूरी वस्तुओं की कमी नहीं होने देने के उत्तर प्रदेश सरकार के वादे के बीच कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये राजनेता और स्वयंसेवी संगठन आर्थिक मदद के लिये आगे आने लगे हैं।
प्रदेश में सोमवार रात तक कोरोना पाजीटिव मरीजों की संख्या 33 हो चुकी थी हालांकि इनमे से 11 अब तक स्वस्थ होकर घर जा चुके है और अन्य की हालत बनी हुयी है। सरकार ने संक्रामक बीमारी के प्रसार को रोकने के लिये 17 जिलों को लाकडाउन किया है और इन जिलों में लोगों की आवाजाही को रोकने के लिये संबधित जिला प्रशासनो को सख्ती बरतने के आदेश दिये हैं।
उधर, कोविड-19 से निपटने के लिये जरूरी मास्क,सेनेटाइजर जैसी वस्तुओं के लिये जनप्रतिनिधियों और संस्थाओं ने अपनी तिजोरियां खोल दी हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी विधायक निधि से एक करोड़ रूपये देने की पेशकश की है वहीं सीतापुर,अंबेडकरनगर के विधायकों ने दस-दस लाख रूपये विधायक निधि से देने की घोषणा की है। कन्नौज के सांसद ने 50 लाख रूपये सांसद निधि से देने का एलान किया है।
वहीं यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भयावह बीमारी से बचाव के लिये सरकार द्वारा उठाये जा रहे ऐहतियाती उपायों से कदमताल मिलाते हुये गरीबों और मजलूमो को मुफ्त राशन देने की घोषणा की है। इसके अलावा विभिन्न संस्थायें और निजी रूप से लोग मदद के लिये आगे आने लगे है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की गंभीरता को समझते हुये घरों में रहने की अपील की है। उन्होने सोमवार देर शाम उच्च अधिकारियों की बैठक के बाद कहा कि सब्जी और दवा जैसी जरूरत की चीजों को घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाये ताकि सड़कों पर भीड़ को कम किया जा सके। उन्होने भरोसा दिलाया कि प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात नियंत्रण में है हालांकि इसमे लोगों को सहयोग करने की जरूरत है।
इस बीच अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने लाकडाउन किये जिलों के अधिकारियों को दिशानिर्देश देते हुये कहा है कि दवा,खाद्य सामग्री समेत अन्य जरूरी वस्तुओं को ढोने वाले वाहनो को न रोका जाये। रेलवे और डाक विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग के कर्मचारियों को आवागमन की सुविधा के लिये पास की सुविधा उपलब्ध करायी जाये।
गौरतलब है कि सरकार ने जौनपुर,लखनऊ,कानपुर,गाजियाबाद,गौतमबुद्धनगर,मुरादाबाद,आगरा,प्रयागराज,अलीगढ, बरेली,वाराणसी,मेरठ,आजमगढ,पीलीभीत ,मुजफ्फरनगर,सहारनपुर और लखीमपुर खीरी को लाकडाउन किया है।