हैदराबाद , भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तेलंगाना में कोरोना वायरस (कोविड-19) के सामुदायिक संक्रमण की आशंका जताते हुए राज्य की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार पर महामारी को लेकर तय किए गए नियमों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है।
भाजपा की तेलंगाना इकाई के मुख्य प्रवक्ता के कृष्ण सागर राव ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के संबंध में केन्द्र सरकार और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से कुछ प्रोटोकॉल तय किए गए हैं जिसका राज्य सरकार ने पालन नहीं किया और पूरी तरह से इन नियमों की अनदेखी की।
श्री राव ने कहा, “ गांधी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज (जीएचएमसी) के जूनियर डॉक्टरों ने खुले तौर पर कहा है कि दो दिन पूर्व कोविड-19 से संक्रमित 500 से अधिक मरीजों को अस्पताल से छुट्टी देने से पहले उनकी कोरोना जांच नहीं की गयी और आम लोगों के बीच छोड़ दिया गया।”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए
जीएचएमसी और उसके आस-पास के क्षेत्र में कोरोना के सामुदायिक संक्रमण की आशंका को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा टीआरएस सरकार द्वारा राज्य में कोविड-19 महामारी के पूर्ण कुप्रबंधन पर गंभीर चिंता व्यक्त करती है। मुख्यमंत्री के चन्द्र शेखर राव तेलंगाना की एक बेहतर तस्वीर पेश करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस समय वह कुछ नहीं कर रहे हैं।
टीआरएस सरकार के कोविड-19 कुप्रबंधन के कारण जन स्वास्थ्य और लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। भाजपा ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेन्द्र से पांच सवाल भी किए हैं।
राज्य में कोरोना जांच की संख्या, जांच केन्द्र और इलाज की सुविधाएं बढ़ाने के तेलंगाना उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद राज्य सरकार मूक दर्शक बनकर बैठी हुई है। टीआरएस सरकार खुले तौर पर उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना कर रही है।