भावनगर, गुजरात के भावनगर में डबल स्टैक कंटेनर वाली पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन की शुरूआत हुई।
यह ट्रेन पालनपुर से बोटाद के बीच चली। पालनपुर से सुबह 0430 बजे रवाना होकर भावनगर डिवीजन के सुरेंद्रनगर गेट स्टेशन 10.35 बजे पहुंची। वहां से चलकर 12.30 बजे बोटाद पहुंची।
पश्चिम रेलवे के भावनगर मंडल में डबल स्टैक कंटेनर वाली पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन को चलाया गया।
मंडल रेल प्रबंधक भावनगर प्रतीक गोस्वामी ने बताया कि भावनगर मंडल में एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के साथ पूर्ण ऊंचाई वाले डबल स्टैक कंटेनर वाली पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन की आज शुरूआत की गयी।
श्री गोस्वामी ने बताया कि रेलवे का विद्युतीकरण कार्य सुरेन्द्रनगर-पीपावाव मार्ग पर 265 किलोमीटर अक्टूबर 2018 में शुरू किया गया था। जिसमें से धोला तक 120 किलोमीटर तक का कार्य फरवरी 2020 में पूरा कर लिया गया था और सीआरएस ने इस खंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलाने के लिए मंजूरी दे दी थी। हालांकि कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण कुछ तकनीकी कार्य समय पर पूरे नहीं हो सके। इसलिए पिछले तीन महीनों में इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू नहीं किया जा सका।
वर्तमान व्यवस्था के तहत पालनपुर और अहमदाबाद पॉइंट से इलेक्ट्रिक ट्रेनें इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के साथ बोटाद स्टेशन तक काम करेंगी। बोटाद में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को अलग किया जाएगा और डीजल लोकोमोटिव की मदद से ट्रेन आगे की यात्रा पीपावाव तक पूरी करेगी। इसी प्रकार पीपावाव से आ रही ट्रेन में लगा डिजल इंजन बोटाद स्टेशन पर अलग किया जाएगा। तत्पश्चात इलेक्ट्रीक इंजन लगाकर ट्रेन आगे की यात्रा पूरा करेगी। मुख्यालय द्वारा निर्धारित योजना और लक्ष्यों के अनुसार पिपावाव तक के बाकी मार्ग का विद्युतीकरण नवंबर 2020 तक पूरा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भावनगर डिवीजन अब तक एक गैर-विद्युतीकृत डिवीजन था। जहां सभी ट्रेनों को डीजल इंजन से चलाया जा रहा था। अब विद्युतीकरण की शुरुआत के साथ यह डिवीजन विद्युतीकृत डिवीजन बन गया है। इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव अधिक ऊर्जा कुशल, पर्यावरण के अनुकूल, अधिक शक्तिशाली है, कम रख-रखाव की आवश्यकता होती है और कम समय में उच्च गति प्राप्त कर सकता है।