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देश में कोरोना संक्रमण के एक दिन में पांच हजार मामले, आंकड़े 90 हजार के पार

नयी दिल्ली , देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के एक दिन में ही करीब पांच हजार मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या उत्तरोत्तर बढ़ते हुए 90 हजार के आंकड़े को पार कर गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि पीड़ितों के स्वस्थ होने की दर में भी निरंतर इजाफा हो रहा है जो रविवार को बढ़कर 37.51 फीसदी हो गयी।

कोरोना वायरस से संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर शनिवार को बढ़कर 35 फीसदी हो गयी थी जबकि गुरुवार को यह 33.63 फीसदी थी। इससे पहले बुधवार को यह 32.82 फीसदी तथा पिछले मंगलवार को 31.73 फीसदी थी जबकि सोमवार को 31.14 प्रतिशत थी। पिछले एक सप्ताह में रिकवरी दर में करीब चार फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है। यह दर वैश्विक महामारी से जूझ रहे विश्व के कई देशों की तुलना में काफी बेहतर है।

राहत की एक और बात यह है कि संक्रमितों की मृत्यु दर रविवार को फिर से मामूली गिरावट के साथ 3.1 प्रतिशत पर आ गयी जो पिछले साेमवार से 3.2 प्रतिशत पर स्थिर थी। इससे पहले गुरुवार और बुधवार को भी इसकी दर यही थी और इससे पहले पिछले दो दिनों से यह दर 3.3 फीसदी पर बनी हुयी थी। यह दर पहले की तुलना में स्थिर मानी जा सकती है। उससे पहले यह दर कई दिनों तक 3.1 प्रतिशत पर स्थिर रही थी।

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 33 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के 4987 नए मामले सामने आए हैं जबकि इसी अवधि में 120 लोगों की मौत हुई है। देशभर में अब तक कुल 90927 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2872 लोगों की मौत हुई है, जबकि 34,109 लोग इसके संक्रमण से पूरी तरह ठीक हुए हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।

इसके साथ ही भारत अब विश्व भर में संक्रमण के सर्वाधिक आंकड़ों वाले देशों की सूची में 11वें स्थान पर आ गया है। इस बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डा़ हर्षवर्धन ने कहा है कि देश में कोरेाना के मरीजों के स्वस्थ होने की दर में लगातार इजाफा हो रहा है और अभी तक 22 लाख से अधिक कोरोना परीक्षण किए गए हैं। उन्होंने आज कहा कि सशक्त राजनीतिक नेतृत्व के माध्यम से आक्रामक और शुरुआती उपायों के बेहतर परिणाम सामने आए हैं और देश में कोरेाना मामलों के दुगना होने की जो दर पिछले 14 दिनों में 11.5 दिन थी वह अब पिछले तीन दिनों में बढ़कर 13.6 हो गई है।

उन्होंने कहा कि मृत्यु दर घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई है और कल (शनिवार) आईसीयू में 3.1 फीसदी सक्रिय कोविड-19 मरीज थे और वेंटिलेटर पर 0.45 प्रतिशत एवं ऑक्सीजन सपोर्ट पर 2.7 फीसदी मरीज थे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस समय देश में आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं जहां पिछले 24 घंटों में कोरोना के किसी भी मामले की रिपोर्ट नहीं है। इनमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, दादरा और नगर हवेली, चंडीगढ़, लद्दाख, मेघालय, मिजोरम और पुड्डुचेरी शामिल हैं। इसके अलावा, दमन और दीव, सिक्किम, नागालैंड और लक्षद्वीप में अब तक कोरोना का एक भी मामला दर्ज नहीं किया है।

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि 373 सरकारी और 152 निजी प्रयोगशालाओं के माध्यम से देश में परीक्षण क्षमता बढ़कर 100000 परीक्षण प्रतिदिन हो गई है। अब तक कुल 22,79,324 परीक्षण किए जा चुके हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना महामारी के कारण देश भर में पूर्णबंदी की अवधि 31 मई तक बढाते हुए चौथे चरण से संबंधित दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं जिनमें पहले की तरह मेट्रो, ट्रेनों और हवाई यात्रा पर प्रतिबंध लागू रहेगा और सभी तरह के शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे।

मंत्रालय की ओर से आज जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि कोरोना के संक्रमण के आधार पर क्षेत्रों को तीसरे चरण की तरह ही रेड, ओरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। साथ ही इस बार ओरेंज और रेड जोन में कंटेनमेंट और बफर जोन भी बनाये जायेंगे। इस बार इन जोन का निर्धारण करने का निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ा गया है। ये जोन जिला, नगर निगम और यहां तक कि उप मंडल तक भी सीमित रह सकते हैं और इसका निर्णय भी राज्यों को ही लेना है।

स्थानीय प्रशासन और स्थानीय निकास केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों के आधार पर इन जोन का निर्धारण करेंगे। कंटेनमेंट जोन में मेडिकल इमरजेंसी , जरूरी वस्तुओं और सेवाओं को छोड़कर किसी अन्य गतिविधि की अनुमति नहीं दी जायेगी। कोरोना के नये मामले बढने की आशंका वाले क्षेत्रों को बफर जोन में रखा जायेगा और वहां काफी अधिक सतर्कता बरती जायेगी।

दिशा निर्देशों के अनुसार चौथे चरण में भी देश भर में घरेलु तथा अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा पर प्रतिबंध रहेगा हालांकि चिकित्सा सेवा , एयर एंबुलेंस और सुरक्षा उद्देश्यों तथा गृह मंत्रालय की अनुमति से विशेष परिस्थिति में इसकी अनुमति होगी। मेट्रो रेल सेवा, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान पहले की तरह ही देश भर में बंद रहेंगे।

देशभर में लॉकडाउन बढ़ाये जाने की घोषणा से पहले ही महाराष्ट्र,पंजाब और तमिलनाडु ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी थी। देश में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के रविवार को रिकार्ड 2347 नये मामलों से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30706 हो गयी जबकि मृतकों की संख्या 1198 पर पहुंच गयी।
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर है और यहां संक्रमितों की संख्या पांच अंकों में आ गयी। गुजरात में अब तक 10,988 लोग इससे संक्रमित हुए हैं तथा 625 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 4308 लोगों को उपचार के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में पांच अंकों के आंकड़ों की सूची में तमिलनाडु तीसरे नंबर पर है। यहां पिछले 24 घंटों के दौरान 477 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 10,585 हो गई है तथा इसके संक्रमण से 74 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 3538 लोग इस बीमारी से उबरे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की भी स्थिति इस जानलेवा विषाणु के कारण चिंताजनक बनी हुई है। दिल्ली में अब तक 9333 लोग संक्रमित हुए हैं तथा पिछले 24 घंटों में छह मरीजों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 129 पर पहुंच गया है और 3926 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
वही ‘आत्मनिर्भर भारत पैकेज’ के पाँचवें और अंतिम चरण में सरकार ने आज सभी क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने, लोकउपक्रमों की संख्या कम करने, मनरेगा के लिए आवंटन और स्वास्थ्य पर निवेश बढ़ाने तथा कंपनी कानून और दिवालिया कानूनों में बड़े बदलावों की घोषणा की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार नयी लोक उपक्रम नीति लायेगी जिसमें सभी सेक्टरों को निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए खोला जायेगा।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर प्रवासी श्रमिकों के अपने-अपने घर लाैटने के कारण उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मनरेगा के लिए चालू वित्त वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन किया जा रहा है। बजट में मनरेगा के लिए 61 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। इस प्रकार अब इसे बढ़ाकर 1.01 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 40 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त आवंटन से 300 करोड़ व्यक्ति दिवस रोजगार सृजित होंगे।
उन्होंने इसके अलावा उन्होंने पीएम गरीब कल्याण योजना के 1.70 लाख करोड़ रुपये सहित 192800 करोड़ रुपये की योजनाओं की भी घोषणा की।