अमेजन, फ्लिपकार्ट से ऐसे टक्कर लेंगे मुकेश अंबानी, किया ये बड़ा एलान
April 17, 2019
नई दिल्ली, मुकेश अंबानी की रिलायंस रीटेल ने बिजनस-टू-कन्ज्यूमर मार्केटप्लेस लॉन्च करने से पहले देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों Amazon और Flipkart को बड़ा झटका दे दिया है। रिलांयस इंडस्ट्रीज ने अब इन ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से अपने उत्पादों को हटाना शुरू कर दिया है। इसमें वो विदेशी ब्रांड्स भी शामिल हैं, जिनका कंपनी को भारत में बेचने का लाइसेंस कंपनी को मिला है।
रिलायंस कई विदेशी ब्रांड्स को बेचता है। यह ब्रांड्स अमेजन और फ्लिपकार्ट के अलावा मिंत्रा, जबोंग व टाटा क्लिक पर भी बिकते हैं। अब कंपनी अपने उत्पादों को यहां से हटाने लगी है। रिलायंस रिटेल के पास कई इंटरनेशनल ब्रांड्स जैसे कि डीजल, केट स्पेड, स्टीव मॉडेन, बरबेरी, कानाली, एम्पोरियो अरमानी, फुर्ला, जिम्मी छू और मॉर्क्स एंड स्पेंसर शामिल है।
रिलायंस के पास फिलहाल अपना एक पोर्टल है, जिसके जरिए वो कपड़े व लाइफस्टाइल के उत्पाद बेचती है। रिलायंस ट्रेंड और रिलायंस ब्रांड्स से कहा गया है कि वो सभी उत्पादों को अन्य सभी वेबसाइट्स से हटाना शुरू कर दे। रिलायंस ब्रांड्स ने पिछले वित्त वर्ष में 336.41 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। नए वेंचर के जरिए रिलायंस तीन करोड़ व्यापारियों को अपने साथ जोड़ेगी। हालांकि यह ऑनलाइन-ऑफलाइन वेंचर होगा, जिसके जरिए लोग किसी भी तरह से उत्पाद खरीद सकेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनी दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन-ऑफलाइन प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। अंबानी ने कहा कि हम हाइब्रिड, ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन नए कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्रिएशन में अपनी ग्रोथ देखते हैं। रिलायंस लोगों की जिंदगी को आसान बनाने और लघु और मध्यम उद्योगों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के एक्सेस के लिए काम कर रहा है।’
इसके लिए कंपनी एक नई वेबसाइट और ऐप को भी लांच करेगी। इसके अलावा ऐप को जियो के सभी फीचर व स्मार्टफोन में भी डाला जाएगा। देश भर में जियो की सिम बेचने वाले सेंटर को भी डिलीवरी के लिए प्वाइंट बनाया जाएगा। अभी रिलायंस रिटेल मुंबई, पुणे और बंगलूरू में ट्रायल के तौर पर ई-कॉमर्स के जरिए ग्रोसरी बेच रही है।
इन ई-कॉमर्स कंपनियों को रिलायंस इंडस्ट्रीज वैसी ही पटखनी देने की योजना पर काम कर रही है, जैसे उसने जियो की लॉन्चिंग के बाद टेलीकॉम कंपनियों का किया था। रिलायंस चीनी कंपनी अलीबाबा के मॉडल के तहत धमाका करने की सोच रहा है। प्लान के मुताबिक रिलायंस उन शहरों में अपने ई-कॉमर्स की सुविधा देगा, जिनकी आबादी 50 हजार से ज्यादा है। इसके लिए शहरों व गांवों में मौजूद छोटे दुकानदारों को भी भागीदार बनाया जाएगा। रिलायंस जियो के रिटेलर्स को भी अपने इसमें हिस्सेदारी देगी।
कंपनी के सूत्रों के अनुसार रिलायंस इस नई कंपनी के लांच होने के तीन साल बाद यानी 2022 तक ई-कॉमर्स मार्केट का भी लीडर बन जाएगा। ई-कॉमर्स वेंचर के जरिए रिलायंस मोबाइल फोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स, किराना, फल-सब्जी सहित अन्य खाने-पीने का सामान बेचेगा।
रिलायंस का प्लान है कि वो देश के छोटे से छोटे शहरों में भी सामान का ऑर्डर मिलने के बाद उसी दिन या फिर 24 घंटे के अंदर डिलीवरी करेगा। ऐसा करने से लोग ज्यादा से ज्यादा सामान खरीदेंगे। लोगों को रिलायंस द्वारा मोबाइल फोन और इलेक्ट्रोनिक्स के सामान पर की गई एक्सक्लूसिव डील के बारे में भी पता चलता रहेगा।