नयी दिल्ली, भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) ने नौ नवनियुक्त न्यायाधीशों को मंगलवार को शपथ दिलाई। शीर्ष अदालत के नये भवन परिसर के सभागार में सुबह साढे दस बजे से आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति ने सभी नौ न्यायाधीशों को शपथ दिलायी। कार्यक्रम 11 बजे तक चला।
आमतौर पर नवनियुक्त न्यायाधीशों को सीजेआई के कोर्ट कक्ष में शपथ दिलायी जाती है। लेकिन यह पहला मौका था कि यह कार्यक्रम सीजेआई कोर्ट के बाहर आयोजित किया गया। ऐसा कोविड नियमों के पालन की दृष्टि से किया गया था।
सीजेआई की अध्यक्षता वाले पांच सदस्यीय सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 अगस्त को आयोजित बैठक में हाईकोर्ट के चार मुख्य न्यायाधीशों, चार न्यायाधीशों और एक वरिष्ठ अधिवक्ता के नाम की सिफारिश उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद के लिए की थी।
शपथ लेने वाले न्यायाधीशों में जस्टिस एएस ओका (कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस), जस्टिस विक्रम नाथ (गुजरात हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस), जस्टिस जेके माहेश्वरी (सिक्किम हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस), जस्टिस हिमा कोली (तेलंगाना हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस), जस्टिस बीवी नागरथना (कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस), जस्टिस सीटी रविकुमार (केरल हाई कोर्ट में जस्टिस), जस्टिस एमएम सुंदरेश (मद्रास हाई कोर्ट में जज), जस्टिस बेला एम त्रिवेदी (गुजरात हाई कोर्ट में जज), जस्टिस पीएस नरसिम्हा (वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता) को भी न्यायाधीश पद की शपथ दिलायी गई।