देहरादून, वन संरक्षक अशोक कुमार गुप्ता को चंपावत के वन प्रभागीय अधिकारी रहने के दौरान प्रशासनिक एवं वित्तीय अनियमितताएं करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
प्रदेश के वन सचिव आनंद बर्धन ने बताया, ‘‘गुप्ता को एक तथ्य अन्वेषण रिपोर्ट के आधार पर निलंबित किया गया जिसमें उन्हें चंपावत का डीएफओ रहने के दौरान प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताओं का दोषी पाया गया है।’’उन्होंने बताया, ‘‘सात फरवरी को जारी निलंबन आदेश के बाद गुप्ता को अगले आदेश तक देहरादून में फॉरेस्ट फोर्स के प्रमुख के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। नये आदेशों से पहले गुप्ता भूमि अभिलेख और सर्वेक्षण विभाग में वन संरक्षक के पद पर तैनात थे।’’
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर रहे वन अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने 2,000 से अधिक पृष्ठों वाली यह तथ्य अन्वेषण रिपोर्ट दी है जिसमें गुप्ता को चंपावत वन प्रभाग में चीड़ के वृक्षों के बड़े पैमाने पर कटाई के लिए अवैध परमिट जारी करने का आरोप लगाया गया है। गुप्ता पर यह भी आरोप है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए एजेंसियों को नकद भुगतान किया जबकि नियमानुसार भुगतान केवल चेक या ई लेनदेन के जरिए ही वैध है।