शिमला, हिमाचल प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पंडित तुलसी राम का निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे । श्री तुलसी राम पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और कांगड़ा स्थित मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल श्रीबालाजी में उपचाराधीन थे। सोमवार रात साढ़े दस बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
वह तीन बार 1990, 1998 व 2007 में भरमौर से विधायक रहे हैं। इसी बीच वे 2007 से 2012 कर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। जब प्रेम कुमार धूमल प्रदेश के सीएम बने तो उन्होंने पंडित जी को विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए बेहतरीन मानते हुए, इस पद से सुशोभित किया। उन्होंने बाद में पालमपुर में अपना घर बना लिया था, इन दिनों वह वहीं पर रह रहे थे।
वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया,उसके बाद से तुलसी राम एक तरह से सक्रिय राजनीति से अलग हो गए। तुलसी राम बेहद सरल व मृदभाषी माने जाते थे। उनकी पार्थिव देह को उनके पैतक निवास स्थान भरमौर ले जाया गया है, वहीं पर उनका अंतिम संस्कार होगा।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तुलसी राम के निधन पर शोक व्यक्त किया है, जिनका सोमवार रात्रि जिला कांगड़ा के पालमपुर में निधन हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तुलसी राम महान राजनेता थे, जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने कहा कि भरमौर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के विकास में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा, जिसे भावी पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी।
श्री ठाकुर ने परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।