अयोध्या के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ने दिया चौकाने वाला बयान
November 10, 2019
नई दिल्ली, आयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिटायर्ड जस्टिस गांगुली ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश असोक कुमार गांगुली ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में सवाल उठाए और कहा कि वह इस फैसले से परेशान हैं।
शीर्ष अदालत की पांच-न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ द्वारा शनिवार को फैसला सुनाया गया कि अयोध्या में 2.77 एकड़ विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाया जाएगा और सरकार को मुसलमानों को वैकल्पिक रूप से पांच एकड़ जमीन देनी होगी। गांगुली ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि-“मैं फैसले से थोड़ा परेशान हूं। जब संविधान आया तो हमने मस्जिद देखा था और विध्वंस से संबंधित उच्चतम न्यायालय के पिछले फैसले में यह दर्ज किया गया कि एक 500 साल पुराना ढांचा था जिसे ध्वस्त कर दिया गया है।
”उन्होंने कहा कि “जब संविधान आया, तो कानून बदल गया। हमने धर्म की स्वतंत्रता (अभ्यास, उपदेश और धर्म के प्रचार) को मौलिक अधिकार की मान्यता दी। यदि मेरे पास वो मौलिक अधिकार है तो मुझे तीर्थस्थलों की रक्षा करने का भी अधिकार है। जिस दिन यह ढांचा ध्वस्त किया गया उस दिन ये अधिकार भी ध्वस्त कर दिया गया था।”