अमरेली, गुजरात के गिर वन क्षेत्र में पिछले तीन माह में प्रोटोजोआ परजीवी बेबेसिया जनित रक्तअल्पता की बीमारी से 20 से अधिक शेरों की मौत के बीच इलाज के बाद स्वस्थ हुए तीन शेर शावकों और एक शेरनी को आज तड़के वापस जंगल में छोड़ दिया गया।
एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने यूएनआई को आज बताया कि अब तक कुल 10 ऐसे स्वस्थ शेरों अथवा शावकों को जंगल में वापस छोड़ा गया है। इससे पहले छह मई को पांच शेरनियों और एक नर शेर को जंगल में वापस छोड़ा गया था।
आज जिन तीन शावकों और एक शेरनी को जंगल में छोड़ा गया है उन्हें रक्त अल्पता के चलते अमरेली जिले के सावरकुंडला के निकट जंगल से बचा कर गिर वन के एक पशु चिकित्सा केंद्र में रखा गया था। बेेबेसियोसिस से मरने वाले अधिकतर शेर गिर वन के पूर्वी विस्तार के थे जो अमरेली जिले के कुछ हिस्से में फैला है। गिर वन में वर्ष 2015 की अंतिम सिंह गणना के अनुसार 527 शेर थे।