लखनऊ , गंदगी से आजादी अभियान के तहत आज नगर निगम झांसी के वार्ड बाहर सैयरघाट वार्ड नंबर 11 में पालीथीन एक, नुकसान अनेक विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुये मनोरंजक ढंग से पॉलीथिन के इस्तेमाल से होने वाली गंभीर समस्याओं के प्रति जनमानस को आगाह किया।
“गंदगी से आजादी” अभियान में लोक कलाकारों के दल ने बताया कि एक सिंगल यूज पॉलीथिन का प्रयोग अनेको नुकसान करता है। शहरी क्षेत्र में जल निकासी के लिए गंभीर समस्या बन गया है। हर साल बरसात के पूर्व जलजमाव व पानी की निकासी के लिए शहर के विभिन्न वार्डों की नालियों की साफ-सफाई कराई जाती है। उन्होने बताया कि पॉलीथिन के प्रयोग से धरती बांझ बन रही है। प्रयुक्त पॉलीथिन को लोग जमीन में दबा कर नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इससे पॉलीथिन तो नष्ट नहीं हो रही अपितु धरती की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है।
लोक कला दल ने बताया कि पर्यावरण और आम जनमानस के साथ ही पॉलीथिन के दुष्प्रभाव का खामियाजा गोवंशों को भी भुगतना पड़ रहा है। बेजुबान गोवंश अपनी भूख मिटाने के फेर में पॉलीथिन में रखी खाद्य सामग्री तो खाते ही हैं, बाद में पॉलीथिन भी निगल जाते हैं। पॉलीथिन उनके पेट में जमा होती जाती है और फिर ये मवेशी काल के गाल में समा जाते हैं। पालतू जानवरों की देखरेख होती है लेकिन आवारा जानवरों की मौत की सबसे बड़ी वजह पॉलीथिन ही बन रही है।