प्रयागराज, तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना के जलस्तर के बढ़ने का क्रम जारी है। हालांकि कभी इनका उफान तेज हो जाता है तो कभी धीमा रहता है। पिछले 24 घंटे के दौरान दोनों नदियों का जलस्तर 22 और 26 सेंटीमीटर बढ़ा है।
बाढ़ नियत्रण कक्ष के अनुसार 12 बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.45 मीटर, छतनाग 79.49 मीटर और नैनी में यमुना 80.07 मीटर दर्ज किया गया है। जबकि रविवार को इसी समय फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.30 मीटर, छतनाग में 79.23 और यमुना 79.81 मीटर दर्ज किया गया था। गंगा जा जलसतर धीरे धीरे खतरे के निशन 84.73 मीटर की तरफ बढ़ रहा है। हालांकि अभी पानी का स्तर खतरे के निशान से बहुत नीचे है।
उन्होंने बताया कि आंकडों के आधार पर रविवार की तुलना में सोमवार को गंगा फाफामऊ में 15 सेंटीमीटर, छतनाग में 22 सेंटीमीटर और यमुना 26 सेंटीमीटर बढ़ी हैं। कानपुर बैराज से छोडा गया करीब तीन लाख क्यूसेक पानी अभी गंगा में नहीं पहुंचा है। इसें यहां पहुंचने पर फिर गंगा के जलस्तर में वृद्धि होगी।
सिंचाई विभाग के बाढ़ प्रखंड अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार का कहना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और हिरयाणा में इधर बारिश कम होने के कारण गंगा और यमुना के जलस्तर में बढोत्तरी धीमी गति से हो रही है। बंधवा स्थित हनुमान मंदिर के बाहर पार्क के पास तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। लोग बाढ का आंनद उठाने के लिए पहुंचने का प्रयास कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बंधवा रोड़, दारागंज ढ़ाल और संगम पुलिस चौकी के पास बैरीकेड लगाकर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। जो लोग बाढ देखने आ रहे हें उनको वापस लौटा दिया जा रहा है। तटीय क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गयी है लोगों से अलर्ट रहने को कहा गया है।