वाराणसी, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है लेकिन अभी खतरे के निशान से नीचे है।
केंद्रीय जल आयोग के सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि अपराह्न दो बजे जलस्तर 66.21 मीटर दर्ज किया गया। सुबह से दोपहर तक जलस्तर बढ़ने की रफ्तार औसतन लगभग एक सेंटीमीटर प्रति घंटा रहा। पूर्वाह्न आठ बजे 60.15 मीटर दर्ज किया गया था।
उन्होंने बताया कि वाराणसी में गंगा नदी का खतरे का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर तथा खतरे का निशान 71.26 मीटर है। उन्होंने बताया कि जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक दशाश्वमेध समेत कई घाटों के आपसी संपर्क टूटे हुए हैं। प्रसिद्ध शाम की गंगा आरती का स्थान बार-बार बदलना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने गंगा में नावों के संचालन पर 15 सितंबर तक रोक लगा दी है। जल पुलिस को विशेष सतर्कता बरत रही है।
उन्होंने बताया कि गंगा किनारे दशाश्वमेध घाट के पास स्थित ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर का अधिकांश हिस्सा पानी में डूब गया है। दैनिक पूजा-पाठ के लिए घाटों पर जाने वालों को मुश्किलों सामना करना पड़ रहा है। गंगा एवं उसकी सहायक वरुणा नदी के तटवर्ती निचले इलाके में रहने वालों को बाढ़ का खतरा सता रहा है।