लखनऊ, उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में घाघरा और सरयू नदी की बाढ़ ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि ज़िले की तीन तहसील के 61 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी भर गया है। ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन द्वारा 179 नाव लगाई गई है। बाढ़ से डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित है। रविवार को तहसील महसी और जरवल में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि मोतीपुर में शारदा बैराज खतरे के निशान को छूने के लिए बेताब है। ग्रामीणों में बाढ़ को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है। कैसरगंज, महसी और मोतीपुर के एसडीएम ने नाव से बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है।
उन्होने बताया कि महसी, कैसरगंज और मोतीपुर तहसील में घाघरा और सरयू नदी ने बाढ़ की तबाही शुरू कर दी है। महसी तहसील के 35 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी भर गया है। लोगों के घरों में बाढ़ का पानी भरने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित है। कैसरगंज तहसील के 15 गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। मोतीपुर तहसील के 11 गांव में बाढ़ का पानी भर गया है। सबसे अधिक समस्या तहसील के सोमईगौढ़ी, तनाजा, शोभापुरवा, गिरगिट्टी गांव की है।
बाढ़ का पानी घरों में भरा होने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित है। अपर जिलाधिकारी जयचंद्र पांडेय ने रविवार को बताया कि तीनों तहसील की 61 ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे तीनों तहसील की 1.15 लाख आबादी प्रभावित है। एडीएम ने बताया कि तीनों तहसील के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में 179 नाव राहत व बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। नावों से बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
एडीएम ने बताया कि तीनों तहसील में बाढ़ को देखते हुए 23 बाढ़ की चौकियां सक्रिय कर दी गई हैं लेकिन ग्रामीणों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। घरों में पानी भरने से लोग खाना तक नहीं बना पा रहे हैं। ग्रामीण तटबंध और प्राथमिक विद्यालयों की ओर शरण ले रहे हैं। बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए मोतीपुर के उपजिलाधिकारी बाबूराम, कैसरगंज के महेश कुमार कैथल और महसी के उपजिलाधिकारी एसएन त्रिपाठी ने नाव से दौरा कर ग्रामीणों की समस्याएं जानी।
उन्होने बताया कि जरवल में एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर 106.07 मीटर है जबकि वर्तमान में नदी 107.756 मीटर पर बह रही है। एडीएम ने बताया कि महसी में घूरदेवी का खतरे का निशान 112.135 मीटर है। नदी वर्तमान में 112.510 मीटर पर बह रही है। एडीएम ने बताया कि मोतीपुर में शारदा बैराज पर खतरे का निशान 135.49 मीटर है। यहां पर नदी खतरे के निशान के नजदीक है। नदी का वर्तमान जलस्तर 135.40 मीटर है।