लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को काबू करने के प्रयास फलीभूत नजर आने लगे है जिसका प्रमाण है कि राज्य में कोविड 19 की रिकवरी का प्रतिशत 87.35 हो गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में अब तक का सर्वाधिक कुल 1,59,128 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,07,39,169 सैम्पल की जांच की गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 3,930 नये मामले आये हैं जबकि 5,226 व्यक्ति उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। अब तक कुल 3,62,052 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 87.35 है।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 46,385 कोरोना के एक्टिव मामले हैं जिनमें होम आइसोलेशन में 21,648 लोग हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 3,486 लोग ईलाज करा रहे हैं। नाॅन कोविड केस का भी सरकारी अस्पतालों में माॅनीटरिंग की जा रही है। इसके अन्तर्गत पिछले साल 01 सितम्बर से 03 अक्टूबर के मध्य 23,298 मेजर सर्जरी हुई, जबकि इसी दौरान इस साल 16,827 मेजर सर्जरी हुई है। प्रदेश में पूल टेस्ट के अन्तर्गत कल 3213 पूल की जांच की गयी।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में कोविड पाॅजीटिव के एक्टिर केस कम होने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 की रिकवरी दर में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने और अधिक सावधानी बरतने एवं संक्रमण की चेन को तोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि कोविड-19 के अधिक मामलों वाले जनपदों में विशेष ध्यान दिया जाए। प्रतिदिन 100 से अधिक मामले वाले जनपदों में जियोग्राफिकल मैपिंग कराकर क्लस्टर की पहचान की जाए। दूसरे चरण में 50 से अधिक मामले वाले जनपदों में यह व्यवस्था लागू की जाए। उन्होंने कहा है कि कन्टेनमेंट जोन में होम टू होम आवश्यक वस्तुओं के सप्लाई की व्यवस्था की जाए।
सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लखनऊ और कानपुर नगर के नोडल अधिकारियों को संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी तेजी से कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए।