उन्होने कहाकि प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान तो दिया ही जाए साथ ही प्रतिभागियों को एक्सपोजर विजिट भी करायी जाए और आदर्श पंचायतों पर फिल्में भी दिखाई जाए।
ताकि प्रतिभागियों को उनसे कुछ प्रेरणा मिल सके।
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्था के रूप में प्रिट में विषय विशेषज्ञ संस्थाओं का एक रिसोर्स बेस तैयार किया जाए जो कि सम्बन्धित क्षेत्र में प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करें।
प्रशिक्षण दिवसों में प्रातः एवं सायं में योग, खेल एवं मनोरंजन के विकल्प तलाशे जाए ताकि प्रशिक्षण रूचिपूर्ण एवं ऊर्जा युक्त हो।
डा0 तिवारी ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा उनसे संशक्त विभिन्न स्तर के अधिकारियों व कर्मचारियों के आधारभूत प्रशिक्षण तथा समय-समय पर पूनर्बोधात्मक प्रशिक्षण हेतु पंचायतीराज प्रशिक्षण विभाग का पंचायतीराज प्रशिक्षण संस्थान (प्रिट), उ0प्र0 शीर्ष संस्थान है।
इस कड़ी में नवनियुक्त ग्राम पंचायत अधिकारियों के छः दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण 26 अगस्त से 31 अगस्त, 2019 तक एवं जिला पंचायत रिसोर्स सेंटरों के वरिष्ठ प्रशिक्षकों का परिणाम आधारित प्रबंधन (आर.बी.एम.) पर 07 दिवसीय प्रशिक्षण भी 26 अगस्त से 01 सितम्बर, 2019 तक आयोजित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान पंचायतों के क्षमता संवर्द्धन एवं प्रशिक्षण हेतु संचालित भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके द्वारा समस्त त्रिस्तरीय पंचायतों को जनपद स्तर पर प्रशिक्षित किये जाने का कार्य किया जाता है।
प्रशिक्षण गतिविधियों के सफल संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा 25 जिला पंचायत रिसोर्स सेंटरों की स्थापना (जनपद हाथरस, फिरोजाबाद, चित्रकूट, एटा, महोबा, सम्भल, अमरोहा, मेरठ, हापुड़, शामली, चंदौली, भदोही, सोनभद्र, कानपुर देहात, फर्रूखाबाद, कौशाम्बी, अम्बेडकरनगर, अमेठी, बलरामपुर, श्रावस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, संतकबीरनगर, सिद्वार्थनगर एवं आजमगढ़) के कार्य को स्वीकृत किया गया है, जिसमें कार्यरत वरिष्ठ प्रशिक्षकों द्वारा ही प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
इस अवसर पर श्रीमती प्रवीणा चौधरी, उप निदेशक (पं0)/नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान श्री आर.एस. चौधरी, उप निदेशक, श्रीमती पियूष एन्टोनी, प्रतिनिधि यूपीसेफ एवं श्रीमती अनीता पाण्डेय के साथ नवनियुक्त ग्राम पंचायत राज अधिकारी व डी0पी0आर0सी0 वरिष्ठ प्रशिक्षक के साथ कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई के परामर्शी भी उपस्थिति रहे।