लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम की अन्तर्राज्यीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्राण्डिंग किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम की अच्छी किस्में हैं। इनकी गुणवत्ता के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है।
उन्होंने आम उत्पादकों और निर्यातकों के सुझावों के दृष्टिगत कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि आम के विपणन एवं निर्यात के सम्बन्ध में तेजी से कार्यवाही की जाए। श्री योगी ने आम के निर्यात एवं विपणन की समीक्षा बैठक में कहा कि सरकार आम उत्पादकों, निर्यातकों और किसानों के हितों व कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पुराने बागों का जीर्णोंद्धार, कोल्ड रूम की व्यवस्था, पैक हाउस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। कीटनाशकों के छिड़काव के सम्बन्ध में किसानों को जागरूक किया जाए। आम के बागों के लिए अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान दिया जाए। आम आधारित उद्योगों की इकाइयों को प्रोत्साहित किया जाए। अन्तर्राज्यीय विपणन के लिए हाॅफेड, नैफेड एवं मण्डी परिषद योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही करें। इस सम्बन्ध में अन्य प्रदेशों के व्यापारियों से सम्पर्क कर कार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए विशेष आर्थिक पैकेज के दृष्टिगत आम उत्पादकों और निर्यातकों को दी जाने वाली सहूलियतों की सम्भावनाओं पर भी कार्यवाही की जाए। गंगा जी के तटवर्ती क्षेत्रों तथा बागवानी के लिए जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए। प्रदेश की प्रमुख व्यावसायिक किस्मों को बायर-सेलर मीट के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाए। आम उत्पादकों और निर्यातकों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए आम के निर्यात की तेजी से कार्यवाही की जाए।
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम उत्पादक प्रमुख जिलों सहारनपुर, मेरठ, बागपत, बुलन्दशहर, अमरोहा, बाराबंकी, हरदोई, सीतापुर, अयोध्या, लखनऊ, प्रतापगढ़, वाराणसी शामिल हैं। आम की दशहरी, लंगड़ा,चौसा, रामकेला, रटौल, लखनऊ सफेदा, गौरजीत, आम्रपाली, मल्लिका जैसी प्रजातियों की मांग है। इनकी ब्राण्डिंग करते हुए निर्यात सम्बन्धी समस्याओं का समाधान किया जाए। इस अवसर पर आम उत्पादकों व निर्यातकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष आम के विपणन व निर्यात सम्बन्धी सुझाव प्रस्तुत किए।
बैठक में उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार डाॅ देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बीएल मीणा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।