नयी दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रवासी मज़दूरों का 21 दिन के लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में पैदल अपने घरों को पलायन करने को गंभीर स्थिति बताते हुए कहा है कि यह शर्मनाक है कि सरकार के पास इस संकट से निपटने की कोई योजना नही है।
श्री गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया, “काम नहीं होने और अनिश्चित भविष्य के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग पैदल अपने घरों का रुख कर रहे है। यह शर्मनाक है कि हमारे नागरिक इस हाल में है और सरकार के पास इस संकट से निपटने की कोई योजना नही है।”
उन्होंने इस हालत के सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा, “सरकार इस भयावह हालत की ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है। आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस क़दम उठाए ताकि ये एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए।”
इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने पार्टी मुख्यालय में संवादाता सम्मेलन में कहा कि प्रवासी मजदूरो के पलायन से साफ हो गया है कि लोगों का इस सरकार पर भरोसा नही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले ज़रूरी तैयारी नहीं की थी।