सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार बेसिक शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी।
उन्होंने शुक्रवार को 31227 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरित किये। उन्होंने कहा कि सरकार ने 350 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का शुभारम्भ किया था। पहले उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा की पहचान टूटी-फूटी बिल्डिंग थी। लेकिन सरकार के प्रयासों से सुसज्जित एवं अच्छा स्कूल आज की बेसिक शिक्षा की पहचान है। स्कूल चलो अभियान व आपरेशन मिशन कायाकल्प की वह प्रशंसा करते हैं।
श्री योगी ने लखनऊ से नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र देते हुए वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कहा “ शिक्षामित्र से बने नवनियुक्त शिक्षकों को मैं बधाई देता हूँं। कई सालों की लम्बी लड़ाई के बाद आज हमारी सरकार ने 2020 में इन्हे शिक्षक के रूप में स्थापित किया है। शिक्षा का आधार बेसिक शिक्षा है। शिक्षकों के चयन की लम्बी लड़ाई सरकार ने लड़़ी है। शिक्षकों के चयन में पूरी पारदर्शी तरीके से यह कार्य किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि चयनित 31227 शिक्षकों में से 6675 शिक्षामित्र है। जिन्हे प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। पिछली सरकारों ने शिक्षकों व शिक्षामित्रों के चयन के मामलों को अनदेखा किया लेकिन उनकी सरकार ने इसमें पूरी पारदर्शिता बरती है। शिक्षकों के चयन में आरक्षण के पूरा ख्याल रखा गया है। आरक्षण के नियमों का पालन किया तथा नियमों का पालन करते हुए चयन किया गया है। पिछले तीन वर्षों में बेसिक शिक्षा में परिवर्तन हुए है। मानक के अनुरूप 31227 योग्य शिक्षकों की तैनाती की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में बेसिक शिक्षा में एक लाख 34 हजार बच्चों का नामांकन था। आज हमने स्वेटर कपडे जूते उन्हें दिये। 50 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा में बढे है। वह जब भी किसी भी गांव में जाते है तो उन्हें बहुत खुशी होती है कि बच्चा जूता, मोजा व अच्छे कपडे पहने रहता है। आपरेशन कायाकल्प बच्चों की बुनियादी शिक्षा से आच्छादित है। बहुत सारे विद्यालयों में स्मार्ट क्लास है। बहुत सारे विद्यालयों में पुस्तकालय बने हुए है। सरकार के प्रयास में कोई कमी नहीं है। शिक्षकों के प्रयास में भी कोई कमी नही है। हमने बेसिक शिक्षा को महानिदेशक दिया है।
आज के युग में टैक्नोलोजी से बचेंगे तो विकास नहीं कर पाएंगे। आज के युग में टैक्नोलोजी से जुडने की जरूरत है। 87 लाख वृद्धजन, महिलाओं आदि के खाते में टैक्नोलोजी के माध्यम से पैसा पंहुच रहा है। नये-नये सुधार मिशन प्रेरणा में हो रहे है। इसको आगे बढाने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। दुनिया की बेसिक शिक्षा में तीन सालों में परिवर्तन देखने को मिला है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 से अभी निजात नही मिली है। हमें इससे भी लडना है। बहुत ऐसे परिवार है जिनके पास स्मार्ट फोन नही है। दूरदर्शन व आकाशवाणी के माध्यम से भी पढाई का कार्यक्रम प्रारम्भ कर सकते है। बेसिक शिक्षा विभागों के शिक्षकों का मानव संपदा पोर्टल में विवरण होता है। पहली बार सभी शिक्षामित्रों को विधायक या सम्मानित मंत्रियों द्वारा यह प्रमाण पत्र वितरित किया जायेगा।