लखनऊ, उत्तर प्रदेश में तैनात लगभग एक लाख ग्रामीण सफाई कर्मचारियों सहित अन्य शिक्षको व कर्मचारियो को भी प्रोत्साहन मिलना चाहिए जो कोबिड़ 19 के समय फ्रंट लाइन मे ड्यूटी कर २हे है अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने यह मांग की है। विजय कुमार बंधु ने बताया है कि पंचायत निर्वाचन संपन्न होने के बाद गांव में तेजी से कोरोना ने पैर फैलाया है जिस के बचाव में पंचायतों में अपनी जान जोखिम में डालकर सफाई कार्य सैनिटाइजर कार्य एवं अन्य सभी कार्य इनके द्वारा किए जा रहे हैं जिस प्रकार चिकित्सा विभाग के सफाई कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा 25% अतिरिक्त प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने का फैसला लिया गया है वह सराहनीय है उसी प्रकार पंचायतों में तैनात सफाई कर्मचारियों सहित अन्य शिक्षको व कर्मचारियो को भी उनके हौसला अफजाई करने के लिए उनको भी प्रोत्साहन भत्ता मिलना चाहिए सफाई कर्मचारियों के द्वारा इस समय वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए पूरे मनोयोग से दिन रात विना अवकाश के सफाई कार्य किया जा रहा है गांव को सेनीटाइज किया जा रहा है जिससे कोरोना कि चयन को रोका जा रहा है और जहां तक देखा जाए कुछ कमी भी आई हुई है सफाई कर्मचारियों का इस समय मनोबल बढ़ाएं जाने की आवश्यकता है सफाई कर्मचारियों को यदि प्रोत्साहन भत्ता दिया जाता है तो वह और पूरे मनोयोग से हौसले के साथ अपनी पंचायतों में कार्य करेंगे तथा जिन शिक्षको व कर्मचारियों की कोविड-19 मे मृत्यु हो चुकी है उन्हें तत्काल मुआवजे की एक करोड़ की रकम उनके परिवार को दी जाए । जैसा कि हाई कोर्ट ने भी कहा है । अभी तक जिन शिक्षको ,कर्मचारियो तथा सफाई कर्मचारियों की मृत्यु हुई है उन्हें मुआवजे की राशि नहीं दी गई है मुख्यमंत्री जी जरूर इस विषय पर संज्ञान लेंगे तथा पंचायत के कर्मियों ,शिक्षको तथा कर्मचारियो को भी प्रोत्साहन भत्ता दिया जाना चाहिए । विजय कुमार *बन्धु* प्रदेश अध्यक्ष अटेवा उ० प्र०