लखनऊ , पर्यावरण के लिहाज से रविवार को दिन उत्तर प्रदेश के लिये हरित क्रांति का परिचायक होगा जब राज्य के अलग अलग जिलों मेंं 201 से अधिक प्रजातियों के 25 करोड़ से अधिक औषधीय,फलदार,छायादार पौधे रोपे जायेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पर्यावरण से जुड़ी इस ऐतिहासिक मुहिम का शुभारम्भ कुकरैल वन में पौछा रोप कर करेंगे। ‘मिशन वृक्षारोपण-2020’ के एक दिन में 25 करोड़ से अधिक औषधीय, फलदार, पर्यावरणीय, छायादार, चारा औद्योगिक व प्रकाष्ठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण 201 से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे।
आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि ‘मिशन वृक्षारोपण-2020’ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सहित 26 राजकीय विभागों तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, व्यापारियों के योगदान से सम्पन्न किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि 25 करोड़ पौधों में से 10 करोड़ पौधों के रोपण के लिए वन विभाग द्वारा 10,053 तथा अन्य 26 राजकीय विभागाें द्वारा 15 करोड़ पौधों के रोपण के लिये लगभग सात लाख स्थानों का चयन किया गया है। वृक्षारोपण वाले सभी स्थलों की जियो टैगिंग भी कराई जाएगी। वन विभाग की 1,760 पौधशालाओं लगभग 44.27 करोड़ पौधे, उद्यान विभाग की 142 पौधशालाओं में लगभग 84 लाख से अधिक तथा रेशम विभाग की 76 पौधशालाओं में लगभग 24 लाख से अधिक पौधे उपलब्ध हैं।
उन्होने बताया कि वृक्षारोपण अभियान कुपोषण निवारण, जैवविविधता संरक्षण, जीवामृत के उपयोग तथा गंगा व सहायक नदियों के किनारे वृक्षारोपण पर केन्द्रित है। इसके अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम के आवास के परिसर में सहजन के पौधे का रोपण औषधीय गुणों वाली प्रजातियों के पौधों के रोपण पर बल दिया जा रहा है। हर जिले में विशिष्ट वाटिका वृक्षारोपण के अन्तर्गत-स्मृति वाटिका, पंचवटी, नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका, हरिशंकरी का रोपण कराया जाएगा। वन विभाग की पौधशालाओं एवं वृक्षारोपण के लिए निराश्रित गौ वंश आश्रय स्थलों से कम्पोष्ट के क्रय की व्यवस्था की गई है।