लगातार चौथे महीने जीएसटी संग्रह हुआ एक लाख करोड़ रुपये के पार
March 2, 2020
नयी दिल्ली, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह इस वर्ष फरवरी में लगातार चौथे महीने एक लाख करोड़ रुपये के पार रहा है। फरवरी में यह 1,05,366 करोड़ रुपये पर रहा।
जनवरी 2020 में यह 110818 करोड़ रुपए रहा था। दिसंबर 2019 में यह 1,03,492 करोड़ रुपये रहा था। नवंबर 2019 में भी यह एक लाख करोड़ रुपये के पार रहा था। पिछले वर्ष फरवरी की तुलना में इस वर्ष फरवरी में इसमें आठ प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी है।
पिछले साल जुलाई में 1,02,083 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था। इसके बाद अगस्त से लेकर अक्टूबर तक इसमें गिरावट का रुख बना रहा। अगस्त में 98,202 करोड़ रुपये, सितंबर में 91,916 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 95,380 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था।
नवंबर में फिर से यह राशि एक लाख करोड़ रुपये काे पार कर गयी है। अप्रैल, मई और जुलाई 2019 में यह राशि एक-एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रही थी। जून में यह एक लाख करोड़ रुपये से थोड़ा कम रहा था। वित्त मंत्रालय ने रविवार को बताया कि फरवरी में संग्रहित जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 20,569 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी संग्रह 27,348 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी संग्रह 48503 करोड़ रुपये और उपकर संग्रह 8,947 करोड़ रुपये रहा। एकीकृत जीएसटी में 20,745 करोड़ रुपये और उपकर में 1040 करोड़ रुपये आयात से प्राप्त हुये हैं। जनवरी महीने के लिए 29 फरवरी तक करीब 83 लाख करदाताओं ने जीएसटीआर-3बी फॉर्म भरे।
सरकार ने एकीकृत जीएसटी से 22,586 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी और 16,553करोड़ रुपये राज्य जीएसटी के खाते में हस्तांतरित किया है। नियमित आवंटन के बाद जनवरी में केन्द्र सरकार का कुल जीएसटी राजस्व 43,155 करोड़ रुपये और राज्यों की कुल राशि 43,901 करोड़ रुपये रही है।