लखनऊ , आसमान पर उमड़ते घुमड़ते बादल,रिमझिम फुहारों और ठंडी हवाओं से बेपरवाह उत्तर प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में मंगलवार को जमकर होली खेली गयी और रंग गुलाल की मस्ती ने कोरोना वायरस के डर को ठिठोली में उड़ा दिया।
कान्हा नगरी मथुरा में अबीर गुलाल उड़ाती श्रद्धालुओं की टोली ने बांके बिहारी मंदिर में जमकर होली खेली वहीं राम की नगरी अयोध्या होली के रंग में सराबोर रही। वाराणसी में मदमस्त होलियारों ने फाग गाये तो इटावा के सैफई में यादव परिवार इस मौके पर एक मंच पर नजर आया।
हालांकि गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार होली के मौके पर निकलने वाली शोभा यात्रा में हिस्सा नहीं लिया।
लखनऊ में चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोगों ने खूब रंग खेला वहीं कानपुर में रिमझिम फुहारों के बीच लोगोे ने होली का लुफ्त उठाया।
संगम नगरी इलाहाबाद में होली खेलने के बाद लोग त्रिवेणी में डुबकी लगाने निकल पड़े। बरेली,मुरादाबाद में मुस्लिम समुदाय के युवकों ने अपने हिन्दू दोस्तों के साथ जमकर मस्ती की। मेरठ में होली के मौके पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये थे।
देवरिया में होली की पूर्व संध्या पर संदिग्ध रूप से जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गयी। इस दौरान इक्का दुक्का इलाकों में मारपीट की मामूली घटनाओं को छोड़कर पूरे राज्य में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। सोशल मीडिया पर भी होली का खुमार छाया रहा। लोगों ने एक दूसरे को होली की शुभकामनायें दी और उनकी सुख समृद्धि की कामना की।
मथुरा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बांकेबिहारी मंदिर में तड़के से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। मंदिर के जगमोहन में चांदी के सिंहासन में बैठे ठाकुरजी के दर्शन और रंगों की बरसात में हर भक्त आनंदित हो रहा था। इस बीच सेवायतों ने लंबी पिचकारी से टेसू का रंग डालना शुरू किया तो हर कोई प्रसादी रंग में डूबने को तैयार दिखा।
श्रीराम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद अयोध्या में बड़ी तादाद में श्रद्धालु होली के मौके पर पहुंचे थे। राम नगरी के मंदिरों में भक्तों ने अबीर गुलाल देव प्रतिमाओं को अर्पित किया और फिर होली खेलने का दौर शुरू हुआ जो दोपहर तक जारी रहा।
गोरखपुर में हालांकि इस साल रंगोत्सव से दूरी बनाये रखने की घोषणा कर चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां निकलने वाली परंपरागत होली शोभा यात्रा में शामिल नहीं हुए। श्री योगी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से निकाली जाने वाली इस शोभा यात्रा में वर्ष 1996 से शामिल होते रहे हैं। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद बढी व्यस्तता के बावजूद उन्होंने इस क्रम को जारी रखा था मगर इस वर्ष निकाली गयी शोभा यात्रा में वह शामिल नहीं हुये। उन्होने पहले ही ‘कोरोना’ वायरस के संक्रमण के बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से होली पर्व से दूरी बनाने की घोषणा कर दी थी।
पिछले 24 वर्ष में यह पहला मौका है जब गोरक्षपीठाधश्वर ने जनहित में यात्रों में भाग नहीं लिया है। मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में निकाली गयी इस शोभा यात्रा में होलियारे शामिल रहे और लोगों ने अबीर गुलाल उडाकर होली पर्व को और उत्साह से भर दिया।
यह शोभा यात्रा सुबह आढे आठ बजे गोरखपुर के घंटाघर से शुरू होकर महानगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए घंटाघर पर वापस आकर समाप्त हुयी। इस अवसर पर लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर होली की बधाइयां दी। श्री योगी ने गोरखनाथ मंदिर में आज सायं पांच बजे होली मिलन के कार्यक्रम का आयोजन किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होली की पूर्व संध्या पर मुस्लिम महिलाओं ने अबीर गुलाल से होली कर धार्मिक सदभाव का संदेश देश दुनिया को दिया। मुंशी प्रेम चंद के गांव लमही में एकत्र हुयी मुस्लिम महिलाओं ने एक दूसरे को रंग लगाया और होली के गीत गाये जबकि मंगलवार को काशी विश्वनाथ और संकट मोचन में बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ और महावीर को गुलाल लगाकर होली की विधिवत शुरूआत की। इस दौरान गली कूचों में ठंडाई का दौर देर शाम तक जारी रहा।
लखनऊ के मुस्लिम इलाकों में भी होली का सुरूर छाया रहा वहीं हजरतगंज,अमीनाबाद,इंदिरानगर और गाेमतीनगर समेत कई इलाकाें में ठंड की परवाह किये बगैर युवक युवतियों की टोलियां बालीवुड गानों की धुन पर जमकर थिरकी। इस दौरान छतों से रंगों की बौछार की गयी तो इससे पुलिसकर्मी भी नहीं बच पाये लेकिन वे मुस्कराते हुये निकल गये।
कानपुर के हटिया,कल्याणपुर,गोविंदनगर और किदवईनगर समेत अधिसंख्य इलाकों में होली का जादू सर चढ कर बोला। रिमझिम फुहारों और ठंड की परवाह किये बगैर लोगों ने एक दूसरे को जमकर रंग लगाया और मस्ती की।
बस्ती में हवा में बिखरे रंग गुलाल की मस्ती ने कोरोना वायरस के डर को रफूचक्कर कर दिया। परशुरामपुर छावनी, गौर बभनान, हरैया, कप्तानगंज, महाराजगंज, कलवारी ,गायघाट, दुबौलिया, मुंडेरवा, बनकटी, रुधौली, भानपुर, बस्ती नगर पालिका क्षेत्र समेत विभिन्न हिस्सों में धूमधाम से होली मनायी गयी। जिला प्रशासन ने इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे।
बलरामपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिला मुख्यालय सहित उतरौला, पचपेडवा, गैसडी,तुलसीपुर,सादुल्ला नगर कस्बो मे होली का जुलूस शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नही है। होली पर्व के मौके पर बूढे,बच्चे और महिलाओ ने एक दूसरे पर रंगो की बौछार कर होली मनाई।
देवरिया के रूद्रपुर क्षेत्र में होली की पूर्व संध्या में ग्राम प्रधान के घर दावत में आये दो लोगों की शराब पीने के बाद संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी। रनिहवां गांव के ग्राम प्रधान रामानंद यादव ने सोमवार रात अपने घर पर होली के अवसर पर दावत का इंतजाम किया था जिसमें चिरयी गोड़ा गांव निवासी राम सिंह चौहान (45) और राजदेव (38) भी शामिल हुये थे। दावत में मांस के साथ शराब का भी दौर चला था। दावत खाने के बाद दोनो अपने घर जा रहे थे कि रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ गयी। दोनो का अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
होली पर्व पर शान्ति व्यवस्था कायम रखने के लिए प्रशासन द्वारा एक दिन पहले से शराब की सभी दुकानो को बंद करा दिया गया था।
संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थानो पर भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात रही। जिले के आला अधिकारी दिन भर दौरा कर सुरक्षा इंतजामो का जायजा लेते रहे। अराजक तत्वो पर नजर रखने के लिए प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।