गुर्जर आरक्षण आंदोलन तीसरे दिन भड़का, उठा सवाल- 14 सालों से क्यों परेशान कर रखा?

नई दिल्ली, गुर्जर आरक्षण आंदोलन तीसरे दिन भड़क उठा है, गुर्जर नेता किरोडी सिंह बैंसला ने बड़ा सवाल उठाते हुये कहा है कि 14 सालों से हमें क्यों परेशान कर रखा?

राजस्थान में गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन के तीसरे दिन  आंदोलनकारी दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर पटरियों पर बैठे हैं, जिससे कई प्रमुख ट्रेनों को रद्द कर दिया गया हैं या उनके मार्ग में बदलाव किया गया है.

किरोडी सिंह बैंसला ने कहा, ‘केंद्र सरकार कुछ संशोंधनों के साथ सात दिनों में आर्थिक पिछड़ों को आरक्षण दे सकती है तो हमें 14 सालों से परेशान क्यों कर रखा है। सरकार से यहीं बात होगी।

उन्होने कहा कि मुझे राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पूरा विश्वास है क्योंकि वह हमारे पक्षधर रहे हैं। क्या उन्हें नहीं दिखता कि हमने क्या खोया है? 70 से ज्यादा गुर्जर अपनी जान गंवा चुके हैं और बहुत से कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं। मुझे लगता है कि यह सही समय है जब राज्य सरकार को परिणाम देना चाहिए वरना हम ट्रैक पर ही मरना पसंद करेंगे।’

गुर्जर समाज सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्‍थानों में प्रवेश के लिए गुर्जर, रायका रेबारी, गडिया, लुहार, बंजारा और गड़रिया समाज के लोगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है. वर्तमान में अन्‍य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के अतिरिक्‍त 50 प्रतिशत की कानूनी सीमा में गुर्जरों को अति पिछड़ा श्रेणी के तहत एक प्रतिशत आरक्षण अलग से मिल रहा है.

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