स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी एडवाइजरी में बताया गया कि कोरोना वायरस की चपेट में बुजुर्गों ( 60 साल से ऊपर) के आने का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता अन्य लोगों की अपेक्षा कमजोर होती है।
इसी को ध्यान में रखते हुए उनको जागरूक करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। चिकित्सक भी बराबर इस बारे में बता रहे हैं और परिवार के सदस्य भी अपने बड़े-बुजुर्गों को इसका हवाला देकर बाहर निकलने से रोक रहे हैं ।
स्वास्थ्य विभाग इस बारे में पोस्टर, बैनर और पम्पलेट के सहारे बुजुर्गों को जागरूक करने के साथ ही जरूरी हिदायत बरतने की सलाह देने में जुटा है। पोस्टर में स्पष्ट उल्लेख है कि वृद्ध लोग नोवल कोरोना का शिकार आसानी से हो सकते हैं, ऐसे में सतर्कता ही सही मायने में असली बचाव है ।
पोस्टर में साफ शब्दों में कहा गया है कि- यदि आपकी उम्र 60 साल या इससे ज्यादा है तो दो बातों का खास ख्याल रखें । पहला , भीड़भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों या आयोजनों पर जाने से कोरोना का वायरस अपनी चपेट में ले सकता है, इसलिए ऐसे स्थानों पर जाने से बचें ।
बहुत जरूरी हो तभी अस्पताल जाएँ नहीं तो फोन पर ही चिकित्सक के संपर्क में रहें और दूसरा- डाक्टर के संपर्क में रहें । उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हृदय या फेफड़ों से सम्बंधित बीमारी है तो नियमित उपचार जारी रखें ।
इन परिस्थितियों में भी चिकित्सक की सलाह पर ही अस्पताल जाएँ । संक्रमण से बचने के लिए खांसते या छींकते समय हाथों की बजाय कोहनी या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें और इस्तेमाल के बाद टिश्यू पेपर को कूड़ेदान में डालें ,हाथों को बार-बार साबुन व साफ पानी से धोएं और बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत होने पर तत्काल डाक्टर से संपर्क करें ।