चेन्नई, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गुटखा घोटाले के सिलसिले में चेन्नई में 40 ठिकानों पर सघन तलाशी अभियान शुरू किया है। मोगाप्पैर में तमिलनाडु के डीजीपी टीके राजेंद्रन, मदुरावोयाल के निकट पूर्व डीजीपी एस. जॉर्ज, स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर तथा अन्य पुलिस अधिकारियों के घरों की भी तलाशी ली जा रही है।
गुटखा घोटाले के सिलसिले में कल चेन्नै में सीबीआई ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर और डीजीपी टीके राजेंद्रन के आवास पर जांच एजेंसी ने छापे मारे हैं। इसके अलावा पूर्व डीजीपी एस जॉर्ज और अन्य पुलिस अधिकारियों के ठिकानों को भी सीबीआई की टीम ने खंगाला है। राजधानी चेन्नै में कुल 40 ठिकानों पर जांच एजेंसी ने छापे की कार्रवाई की है। छापेमारी के दौरान क्या बरामद हुआ है, इस बारे में जानकारी मिलने का अभी इंतजार है।
यह मामला तब सामने आया था, जब 8 जुलाई 2017 को आयकर विभाग ने लगभग 250 करोड़ की टैक्स चोरी के शक में एक गुटखा निर्माता कंपनी के गोदाम, दफ्तर और घरों में छापा मारा था। राज्य सरकार ने 2013 में गुटखा और पान मसाला समेत खाद्य तंबाकू पदार्थों के उत्पादन, स्टोरेज और बिक्री पर रोक लगा दी थी। छापे के दौरान विभाग को एक डायरी मिली थी, जिसमें उन लोगों के नाम थे, जिन्हें कथित तौर पर पैसे दिए गए थे। इनमें से एक नाम राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का भी था।
यह बात सामने आते ही डीएमके ने कोर्ट में एक विशेष जांच टीम का गठन करने की मांग की। पार्टी की मांग थी कि टीम में हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज और सीबीआई अधिकारी हों। कोर्ट में सुनवाई के दौरान पता चला कि आयकर विभाग की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता को लिखा हुआ खत एआईएडीमके नेता वीके शशिकला के कमरे से बरामद हुआ। विभाग ने तत्कालीन डीजीपी के जरिए वह खत जयललिता को भेजा था, लेकिन वह शशिकला के कमरे से मिला।