नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को तमिलनाडु में ड्राई रन का निरीक्षण किया तथा राज्य के मुख्यमंत्री ई.के.पलानीस्वामी से मुलाकात करके कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए तमिलनाडु सरकार के प्रयासों की सराहना की।
देश के 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 376 जिलों में आज तीसरे चरण का ड्राई रन यानी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया और डॉ हर्षवर्धन ने तमिलनाडु में स्वयं इसकी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए तमिलनाडु सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु ने शत-प्रतिशत आरटी पीसीआर टेस्ट करवा कर चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने का काम किया है और वायरस के प्रसार पर लगाम लगायी है।
डॉ हर्षवर्धन निरीक्षण के लिए सरकारी जनरल अस्पताल चेन्नई और उसके बाद सरकारी ओमनदुरार अस्पताल,चेन्नई गये। उनके साथ तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सी. विजयभास्कर, राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. जे. राधाकृष्णन और अन्य उच्च अधिकारी भी थे। उन्होंने जनरल मेडिकल स्टोर डिपो पेरियामेडु में वैक्सीन भंडारण केन्द्र का भी निरीक्षण किया। देश में वैक्सीन भंडारण के तीन अन्य केन्द्र मुंबई, कोलकाता और करनाल में हैं। इसके बाद वह चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल के निजी टीकाकरण केंद्र गये।
केन्द्रीय मंत्री ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री पलानीस्वामी से राज्य सचिवालय में मुलाकात की और टीकाकरण अभियान की योजनाओं पर चर्चा की। इसके बाद डॉ हर्षवर्धन चेन्नई के पास स्थित चेंग्लपट्टू में टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण करने गए।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा पेशेवरों ने कोविड-19 से निपटने में उल्लेखनीय साहस का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि देश में पहले केवल एक प्रयोगशाला थी लेकिन अब कोविड-19 की जांच के लिए 2,300 प्रयोगशालाएं हैं। अब देश पीपीई किट और एन-95 मास्क का निर्यात कर रहा है।
ड्राई रन के बारे में उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राज्य पूरी तरह तैयार हैं। इस मॉक ड्रिल की चार राज्यों से शुरुआत की गई थी और अब हमने इसका विस्तार किया है। शुरू में ड्राई रन देश के 125 जिलों में आयोजित किया गया और इसके बाद ड्राइ रन आज देश के अन्य जिलों में किया जा रहा है।
तमिलनाडु में दो जनवरी को पांच जिलों के 17 केन्द्रों पर सफलतापूर्वक ड्राई रन किए जाने के बाद आज सुबह राज्य के सभी 38 जिलों में मॉक ड्रिल की गयी। राज्य के सभी जिलों में पांच स्थानों पर वैक्सीन लगाने के लिए ड्राई रन किया गया।