शिमला, हिमाचल प्रदेश में दक्षिण पश्चिमी मानसून पहुंच गया है और इससे राज्य के अनेक क्षेत्रों में भारी बारिश होने की सूचनाएं हैं।
स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक डाॅ मनमोहन सिंह ने आज यहां यह जानकारी देते हुये बताया कि गत वर्ष दो जुलाई को और वर्ष 2018 में 27 जून और 2017 में पहली जुलाई को मानसून ने राज्य दस्तक दी थी। इस बार पहले ही मौनसून आ गया है। विभाग का पूर्वानुमान है कि प्रदेश के मैदानी और मध्यवर्तीय इलाकों उना, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन, शिमला, सिरमौर और चम्बा के अनेक स्थानों पर ओलावृष्टि और बारिश हो सकती है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, कच्छ के कुछ इलाकों, मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ इलाकों, उत्तराखंड, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में माॅनसून की बारिश हो रही है। अगले दो तीन दिन में पूरे प्रदेश में माॅनसून की भारी बारिश होगी। विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य बारिश होने की सम्भावना है।
उन्होंने बताया कि गत 24 घंटों में कांगड़ा और मंडी जिलों समेत अनेक स्थानों पर बारिश हुई। इसके अलावा पालमपुर में 110, जोगिंद्रनगर 96, बैजनाथ 93, धर्मशाला 92, गगल 87, सराहन और कुमारसेन 33, नगरोटा 31, कोठी 28, डलहौजी 25, सलूणी 21, भरारी और छतरी 17, मडी में 16, शिमला और अघर में 13, चम्बा 11, केलांग और कुफरी में 10 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। राजधानी शिमला सहित अनेक स्थानों पर सुबह से ही भारी बारिश हो रही है।
प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस कम रहे। ऊना में न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री रहा जबकि शिमला 14.9, कल्पा 13.6, डलहौजी 14.2, नाहन और बिलासपुर 24.5, हमीरपुर 24.3, कांगड़ा 20.0, चंबा 19.9, भुंतर 19.6, सुंदरनगर 21.9, धर्मशाला 18.8, केलांग 10.8 और कुफरी में 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।