नयी दिल्ली, उत्तर प्रदेश , राजस्थान और मध्य प्रदेश में टिड्डी दलों की सक्रियता पर नियंत्रण के लिए सरकार ने हेलिकॉप्टर से कीटनाशकों के छिड़काव का निर्णय लिया है ।
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार इस समस्या को पूरी गंभीरता से ले रही है। ऊंचे पेड़ों और दुर्गम क्षेत्रों में कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग करने के साथ ही हेलिकॉप्टरों की सेवाएं लेने की भी तैयारी की जा रही है। राज्यों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और उन्हें सलाह भी जारी की जा चुकी है।
कृषि मंत्री की अध्यक्षता में गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक में टिड्डी नियंत्रण के उपायों की समीक्षा की गई । इस कीट के नियंत्रण के लिए 11 नियंत्रण कक्ष स्थापित कर विशेष दलों की तैनाती कर उनके साथ अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए हैं। सभी स्थानों पर किसानों की मदद से नियंत्रण दल तत्परता से कार्रवाई में जुटे हुए हैं ।
अब तक मध्यप्रदेश , राजस्थान , गुजरात , उत्तरप्रदेश और पंजाब में 50,468 हेक्टेयर क्षेत्र में हॉपर और गुलाबी झुंडों को नियंत्रित किया गया है। वर्तमान में राजस्थान के दौसा, श्रीगंगानगर, जोधपुर,बीकानेर, मध्य प्रदेश के मुरैना और उत्तर प्रदेश के झांसी में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों के झुंड सक्रिय हैं। वर्तमान में 47 स्प्रे उपकरण का उपयोग टिड्डी नियंत्रण के लिए किया जा रहा है तथा ब्रिटेन से 60 अतिरिक्त उपकरणों की आपूर्ति के आदेश दिए गए हैं ।
राजस्थान सरकार के अनुरोध पर 800 ट्रैक्टर स्प्रे उपकरणों की खरीद के लिए 2.86 करोड़ रुपये की मंजूरी केंद्र सरकार ने दी है।
उत्तर प्रदेश और बिहार सरकार भी टिड्डी के हमले को लेकर विशेष सतर्कता बरत रही है ।