यहां पर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान रखा जाता ऐसे,हुई मौत…
January 11, 2019
नई दिल्ली, माहवारी के कारण बिना खिड़की वाली झोपड़ी में रह रही एक महिला की दम घुटने से मौत हो गई. महिला के साथ रह रहे उसके दो बेटे भी दम घुटने के कारण मर गए. हिमालयी देश में प्रचलित प्रथा के अनुसार माहवारी के दौरान महिला को अछूत माना जाता है और उसे अलग जगह रहने के लिए विवश किया जाता है.
काठमांडू पोस्ट की खबर के अनुसार, यह घटना नेपाल के बाजुरा जिले की है जहां माहवारी के चौथे दिन अंबा बोहोरा ने मंगलवार रात को अपने नौ और 12 साल के बेटों के साथ खाना खाया और बाद में झोपड़ी में सोने चली गई. झोपड़ी को गर्म रखने के लिए उसमें आग जल रही थी.
खबर में बताया गया कि झोंपड़ी में ना तो खिड़की थी और ही हवा आर-पार होने की कोई अन्य व्यवस्था थी. अगली सुबह जब अंबा की सास ने झोंपड़ी का दरवाजा खोला तो उसे तीनों मृत मिले। सभी की आग लगने के कारण दम घुटने से मौत हो गई थी. एक गांववाले के हवाले से कहा गया, ‘जब वे सो रहे थे तो उनके कंबल में आग लग गई थी जिसके बाद धुएं के कारण दम घुटने से मां और बच्चों की मौत हुई होगी.
मुख्य जिला अधिकारी चेतराज बराल ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मामले की जांच के लिए जिला पुलिस प्रमुख समेत एक दल घटनास्थल पर भेजा गया है.नेपाल में कई समुदाय परंपरा के नाम पर माहवारी वाली महिलाओं को अपवित्र मानते हैं और उन्हें महीने में एक बार माहवारी के समय परिवार से दूर झोंपड़ियों में रहने के लिए मजबूर किया जाता हैं. इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद अब भी यह चलन में है.