नयी दिल्ली, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और उसे जलाने के आरोप में गिरफ्तार चारों लोगों की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना के जांच के आदेश दिये हैं।
आयोग ने इस घटना से संबंधित मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए अपने महानिदेशक (जांच) को इसकी जांच कराने का अादेश दिया है। आयोग ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा है कि इन चारों आरोपियों को तड़के तीन बजे हैदराबाद से 60 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर ले जाया गया था। पुलिस जांच प्रक्रिया के दौरान अपराध के समय के सीन को समझने के लिए उन्हें वहां ले गयी थी। पुलिस के अनुसार उनमें से एक ने अन्य को वहां से भागने का इशारा किया और उन्होंने पुलिसकर्मियों से हथियार छीनने की भी कोशिश की। इस दौरान क्रास फायरिंग हुई और पुलिस की फायरिंग में वे चारों मारे गये।
आयोग ने कहा है कि उसका मानना है कि इस मामले की सावधानीपूर्ण जांच किये जाने की जरूरत है। इसे देखते हुए उसने अपनी जांच शाखा के महानिदेशक (जांच) को मौके का जायजा लेने तथा जांच के लिए एक दल तुरंत वहां भेजने का आदेश दिया है। यह टीम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जायेगी और जल्द से जल्द रिपोर्ट देगी।
आयोग ने कहा है कि इस घटना से पता चलता है कि आरोपियों को लेकर गये पुलिसकर्मी चौकस नहीं थे और इसके कारण हुए घटनाक्रम के चलते चार लोगों की मौत हो गयी। आयोग ने कहा है कि ये चारों व्यक्ति पुलिस की हिरासत में थे और उनकी मौत आयोग के लिए चिंता का विषय है। इससे पहले आयोग ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढते मामलों के मद्देनजर केन्द्र और राज्य सरकारों से भी रिपोर्ट मांगी थी।