संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि युद्ध ग्रस्त यमन में पिछले वर्ष कई पहलुओं में सुधार देखने को मिला है, लेकिन इसके बावजूद भी वहां पर मानवीय स्थित नाजुक बनी हुई है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संरा कार्यालय के समन्वय प्रभाग के निदेशक रमेश राजसिंघम ने कहा, “यमन अभी भी बहुत खतरनाक जगह है। दिसंबर 2018 में सरकार तथा हौती विद्रोहियों के बीच स्टॉकहोम समझौता होने के बाद हालांकि नागरिकों के हताहत होने के मामलों में कमी आई है।
”उन्होंने जेनेवा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संरा सुरक्षा परिषद को बताया कि 2018 की तुलना में 2019 में यमन में नागरिकों के हताहत होने के मामले में 35 प्रतिशत की कमी देखी गई और नागरिकों के मारे जाने के मामले आधे हो गये हैं।