नयी दिल्ली , गरीबों पर कोरोना के असर के अध्ययन के लिये डैश बोर्ड “आई कार्ड “लांच किया गया है। इससे सरकारी एजेंसियों मीडिया और नीति निर्धारकों को मदद मिलेगी और कोरोना से लड़ने की रणनीति बनाने में सुविधा होगी।
अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने कोरोना महामारी से प्रभावित समाज के वंचित लोगों के पलायन स्वास्थ्य आजीविका खाद्य सुरक्षा आर्थिक स्थिति आदि के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए एक डैशबोर्ड बनाया है ।
विश्वविद्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार देश के करीब सौ एनजीओ की मदद से यह डैशबोर्ड बनाया गया है जिसमें कई राज्यों में समाज के गरीब और बेसहारा लोगों पर कोरोना और लॉकडाउन से पड़ने वाले असर का आकलन किया जाएगा और इसकी जानकारी डैशबोर्ड पर उपलब्ध कराई जाएगी। इसे सरकारी एजेंसियों मीडिया और नीति निर्धारकों को मदद मिलेगी और कोरोना से लड़ने की रणनीति बनाने में सुविधा होगी।
विज्ञप्ति के अनुसार मंगलवार को एक वेबिनार में इस डैशबोर्ड “आई कार्ड “को लांच किया जाएगा । इसमें प्रख्यात अर्थशास्त्री जीन द्रेज भी भाग लेंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिहार , छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , ओडिशा , झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोरोना का किस तरह असर गरीबों पर पड़ा और उनके स्वास्थ्य के अलावा उनकी आजीविका और उनकी समस्याओं को लेकर क्या स्थिति रही , इसका ब्यौरा रहेगा। करीब 200 से ऊपर ब्लॉक का अध्ययन होगा और 15 दिन पर इसे अपडेट किया जाएगा।