नयी दिल्ली , भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली, ने कोरोना से लड़ने के लिए एक सस्ता और अत्यधिक कारगर मास्क बनाया है जिसका दोबारा इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
आईआईटी टेक्सटाइल विभाग के स्टार्टअप के तहत यह मास्क बनाया गया है जो एंटी माइक्रोबेरियल मास्क है। इस मास्क को धोकर 50 बार इस्तेमाल किया जा सकता है। दो मास्क की कीमत 299 रुपये है जबकि चार मास्क की कीमत 598 रुपये है। आईआईटी की पृर्व छात्रा एवं नैनो सलूशन कम्पनी की अनुसूइया राय और आईआईटी के स्टार्ट अप परियोजना की निदेशक एवं टेक्सटाइल विभाग की मंगला जोशी ने मिलकर इस सूती मास्क को बनाया है जो 99 प्रतिशत तक रक्षा करता है। इस मास्क को पहनने के बाद इससे सांस लेने में किसी प्रकार की कठिनाई का भी सामना नहीं करना पड़ता है।डा. जोशी ने कहा कि यह सूती में बना भारत का पहला माइक्रोबेरियाल मास्क है जिसे दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे डिटर्जेंट से धोकर और धूप में सुखाकर फिर से लगाया जा सकता है। इसका उत्पादन शुरू हो चुका है।