लखनऊ, 25 नवम्बर, 2019 अंतर्राष्ट्रीय महिलाओं के प्रति हिंसा उन्मूलन दिवस पर उ.प्र. राज्य महिला आयोग में प्रदेश के समस्त जनपदों की प्रमुख स्वयं सेवी संस्थाओं के समन्वय से महिला उत्पीड़न/उत्थान/महिला जागरूकता के संदर्भ में शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु एक बैठक आहूत की गयी।
इसमें राष्ट्रीय महिला आयोग की मा. अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा, उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विमला बाथम, उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा सिंह, उपाध्यक्ष श्रीमती अंजु चैधरी एवं जनपद की विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने महिलाओं के प्रति हिंसा को समाप्त करने की दिशा में सबसे पहले परिवार की भूमिका को बताते हुये कहा कि सबसे पहले परिवार की सेाच बदलते हुये ही हम बच्चों का सही समाजीकरण कर सकते हैं एवं महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन ला सकते हैं। देश प्रदेश की महिलाओं को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी दिलाये जाने हेतु जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे स्वयं सेवी संगठनों का सहयोग लिया जाना अपेक्षित है। उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विमला बाथम द्वारा अवगत कराया गया कि आगामी समय में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्वय सेवी संस्थाओं के माध्यम से महिलाओं की जागरूकता हेतु जागरूकता शिविर आयोजित किये जायेगें।
बैठक में उपस्थिति सदस्य सचिव श्रीमती अर्चना गहरवार, सदस्यगण श्रीमती इन्द्रवास सिंह, श्रीमती सुनीता बसंल, श्रीमती निर्मला द्विवेदी, श्रीमती निर्मला दीक्षित, श्रीमती शशिबाला भारती, श्रीमती मनोरमा शुक्ला, श्रीमती अनीता सचान, श्रीमती शशि मौर्या, श्रीमती संगीता तिवारी, श्रीमती कुमुद श्रीवास्तव एवं विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं से डाॅ. नीलम सिंह (वात्सल्य), डाॅ शालिनी माथुर (सुरक्षा), सुश्री ममता (हमसफर), सुश्री लवलीन गुप्ता (पारस फाउन्डेशन), श्री त्रिभुवन शुक्ला (सेवा भारती), सुश्री अर्चना सिंह (वन स्टाफ सेन्टर), सुश्री नाहिद अकील (प्रयत्न फाउन्डेशन), महिला कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग के अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य अतिथिगण द्वारा महिला उत्पीड़न की रोकथाम हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। इन सुझावों पर यथाशीघ्र संस्सुति किये जाने का निर्णय लिया गया।