नई दिल्ली, झारखंड विधानसभा के चुनाव में, कई पार्टियों का खाता भी नही खुला है। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग के घटक जनता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी इस बार झारखंड विधानसभा के चुनाव में अपने बूते राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश में रही लेकिन उसे रुझानों में ही शून्य पर ही टिका रहना पड़ा।
झारखंड में कुल 81 सीटों के लिए पांच चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में जदयू ने 48 और लोजपा ने 50 सीटों पर अपने.अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरुआती दौर में पार्टी का वजूद तलाशने में जोर लगाया था और यह भी साबित किया था कि जदयू का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन सिर्फ बिहार में ही है। दूसरे राज्यों में उनकी पार्टी विधानसभा का चुनाव लड़ती रही है।
जदयू राष्ट्रीय दल का दर्जा प्राप्त करने के लिए बिहार के अलावा दूसरे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव लड़ती रही है। राजग के अन्य प्रमुख घटक लोजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करने की कोशिश की लेकिन भाजपा की ओर से सीटों के तालमेल में कोई खास तवज्जो नहीं दिए जाने से बात नहीं बन सकी।