लोकसभा मे पप्पू यादव बोले- मेरे व्यवहार में बिहार की 11 करोड़ जनता की पीड़ा समाहित है
July 19, 2018
नयी दिल्ली, राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित एवं लोकसभा में असम्बद्ध सदस्य राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सदन मे कहा कि मेरे व्यवहार में बिहार की 11 करोड़ जनता की पीड़ा समाहित है। इससे पहले उन्होने प्रश्नकाल के दौरान बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने और मिथिला एवं मगध को अलग से पैकेज देने की मांग उठाई।
अपने कपड़ों के ऊपर विज्ञापन युक्त लबादा डालकर सदन पहुंचे राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव प्रश्नकाल के दौरान बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने और मिथिला एवं मगध को अलग से पैकेज देने की मांग को लेकर उद्वेलित हो गये थे। उन्होंने विरोध स्वरूप अपने हाथ में लिये कागज सदन में उड़ाये थे। बाद में वह आसन के बीचो-बीच बैठ गये थे।
शून्यकाल के दौरान अध्यक्ष के कहने पर वह अपनी सीट पर चले गये।काफी मिन्नतों के बाद लोकसभा महाजन ने शून्यकाल के अंत में उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया, लेकिन इस शर्त के साथ कि उन्हें (श्री यादव को) अपने व्यवहार के लिए पहले माफी माँगनी होगी। श्री यादव ने कहा कि वह अपने व्यवहार के लिए क्षमा चाहते हैं और सदन को भरोसा दिलाते हैं कि भविष्य में ऐसा व्यवहार नहीं करेंगे।
उन्होंने भावनात्मक लहजे में अध्यक्ष से कहा कि उनके उक्त व्यवहार में बिहार की 11 करोड़ जनता की पीड़ा समाहित थी और वह इस दर्द को व्यक्त करने से खुद को रोक नहीं पाये। अंतत: श्रीमती महाजन ने उन्हें माफ कर दिया।श्री यादव ने केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने तथा मिथिला और मगध को अतिरिक्त पैकेज देने की माँग की।