नई दिल्ली , भारत चीन तनाव के बीच, सरकार के दो आदेशों से कश्मीर घाटी के लोगों के चेहरे पर चिंता की झलक साफ देखी जा सकती है।
भारत और चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद से तनाव बढ़ रहा है। ऐसे में जम्मू कश्मीर सरकार के दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने के आदेश से स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों के लिए स्कूली इमारतों को खाली करने के आदेश अलग से जारी किया गया है।
इन आदेशों से लोगों की चिंता भी वाजिब है, क्योंकि इससे पहले कश्मीर घाटी में इस तरह के आदेश के बाद बड़े घटनाक्रम हुए हैं। पिछले साल फरवरी में पाकिस्तान के अंदर ऑपरेशन बालाकोट और पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के पहले भी सरकार ने इसी तरह के आदेश जारी किए थे।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू ने 23 जून को एक बैठक की थी। इसके बाद जारी एक आदेश में कहा गया है कि कश्मीर घाटी में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स कम से कम दो महीने के लिए सिलेंडर का स्टॉक कर लें, क्योंकि भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण सप्लाई प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा उपराज्यपाल की ओर से दूसरा आदेश भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि कारगिल से सटे गांदरबल इलाके में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को खाली कर दिया जाए।
उपराज्यपाल के इन दो आदेशों के बाद से कश्मीर घाटी के लोगों की चिंता बढ़ गई है-