बहराइच, उत्तर प्रदेश में बहराइच के तहसील कैसरगंज क्षेत्र के ब्राह्मण बहुल साईं गाँव में 3000 की आबादी में मात्र 250 शौचालय बने और आज भी कुछ शौचालय आधे-अधूरे हैं। नतीजतन इस गाँव की बेटियों को शौंच के लिए खुले में मजबूरन जाना पड़ता है।
शौचालय निर्माण की चौतरफा धूम के बीच उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का ये सूरत-ए-हाल छिपाए नहीं छिप रहा। यहां कैसरगंज तहसील के ब्राह्मण बाहुल्य साईं गाँव में लगभग 3000 की आबादी है। ग्रामीण बताते है कि यहाँ अभी सिर्फ 250 शौचालय बने हैं और आज भी कुछ शौचालय आधे-अधूरे पड़े हैं। साईं गाँव में शाम ढलते ही सड़कों पर शौंच के लिए महिलाओं की लाइन लग जाती है। बताया जाता है कि एक किलोमीटर दूर तक महिलाएं पैदल चल कर खुले में शौच के लिए जाती हैं। शौच के दौरान महिलाओं और बेटियों से छेड़खानी की घटनाएं भी अक्सर होती रहती हैं।
बेटियों की सोच तो घर में ही शौचालय की है लेकिन शौचालय की कमी और उनके आधे-अधूरे निर्माण की वजह से खुले में जाना उनकी मजबूरी है। जिले का हर गॉव कागज पर ओडीएफ हो चुका है। ऐसे में बहराइच जिला प्रशासन के दावों को यह तस्वीर मुंह चिढ़ाती नज़र आ रही है।