लखनऊ ,उत्तर प्रदेश मे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अपने पूरे शबाब पर है। इसबार पंचायत चुनाव में सोशल मीडिया अपनी व्यापक क्षमता, कम लागत , सर्वसुलभ और आसान प्रयोग के कारण बड़ी ताकत बनकर उभर रहा है।
उत्तर प्रदेश मे चल रहे पंचायत चुनावों में सोशल मीडिया प्रचार प्रसार का सशक्त माध्यम बन कर उभर रहा है।आदर्श चुनाव आचार सहिंता लागू होने के बाद प्रत्याशी अपने मतदाताओ को रिझाने के लिए दिन रात एक कर रहे है और तरह-तरह के उपाय अपना रहे है। इस बार अन्य पारंपरिक मीडिया की मौजूदगी के बावजूद सोशल मीडिया प्रचार-प्रसार का प्रमुख तथा सबसे सरल प्लेटफार्म बन गया है।
प्रचार-प्रसार में प्रत्याशी और उनके समर्थक व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोगो को ह्वाट्स एप मैसेज, फेसबुक, ट्विटर पर चुनावी सन्देश भेज जा रहें हैं और अपने समर्थित प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे जा रहे है।
सोशल मीडिया ने दूरी की बाधा भी समाप्त कर दी है। सऊदी अरब,अमेरिका,श्रीलंका,सिंगापुर से बैठ कर लोगो को ह्वाट्स एप मैसेज,फेसबुक,ट्विटर पर सन्देश भेज कर अपने समर्थित प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे है। चूंकि सोशल मीडिया के प्रयोग मे सबसे अधिक भागीदारी युवाओं और बच्चों की है। इसलिये प्रत्याशियो के छोटे-छोटे बच्चे भी चुनाव मैदान मे नजर आ रहे है। वे ह्वाट्स एप, फेसबुक, ट्विटर और यू ट्यूब वीडियो पर अपने माता-पिता को जिताने के लिए मतदाताओ से वोट मांग रहे है।